नागपुरी व्यापारी को सस्ती सिगरेट दिलाने का लालच दे 11 लाख लूटे: 5 में 3 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस की वर्दी में था एक बदमाश
ब्रह्मास्त्र इंदौर। सस्ती सिगरेट मिलने और उसे बेचकर लाखों रुपये कमाने के लालच में फंसे नागपुर के कारोबारी से पांच बदमाशों ने 11 लाख रुपए लूट लिए। इनमें से एक पुलिस की वर्दी में था। बदमाशों ने दामाद का अपहरण किया और उसके सीने पर पिस्टल अड़ा दी। उसे जान से मारने की धमकी देते हुए ससुर से पैसे छीन लिए।
वारदात नागपुर निवासी रोहित अग्रवाल और उनके ससुर रामअवतार के साथ हुई। रोहित ने बताया कि वे मेडिसिन कारोबारी हैं। कुछ समय पहले उनका संपर्क इंदौर के आशीष गुर्जर से हुआ था। बीते 29 दिसंबर को आशीष ने सस्ते दाम में सिगरेट दिलवाने का बोला और एक लाख रुपए एडवांस ले लिए। 2 जनवरी को आशीष ने बड़ी मात्रा में सिगरेट देने के लिए इंदौर बुलाया।
3 जनवरी को वह इंदौर आया और छोटी ग्वालटोली की नीलम होटल में ठहरा। यहां आशीष अपने साथी अनूप पांडे के साथ आया। बोला- माल तैयार है, रुपए दो ताे माल गाड़ी में लोड करवा देते हैं। इस पर मैंने ससुर रामअवतार को 10 लाख रुपए लेकर आगरा से बुलवाया। वे रुपए लेकर आए। 4 जनवरी को आशीष को फोन किया तो वह अनूप व चेतन के साथ होटल आ गया।
रोहित के मुताबिक 4 जनवरी को होटल आने के बाद आशीष बोला कि माल मांगलिया में ट्रक में लोड है। तुम साथ चलो। मैं ससुर को होटल में छोड़कर आशीष के साथ एक्टिवा से मांगलिया पहुंचा। यहां आशीष ने मुझे धमकाकर मारपीट शुरू कर दी और कार में बैठा दिया।
कार में चार अन्य लोग थे, जिनमें से एक पुलिस की वर्दी में था। उसने मेरे सीने पर पिस्टल अड़ाई और कहा- अपने ससुर को बोल कि मुझे माल मिल गया है। होटल में जो साथी बैठे हैं, उन्हें 8 लाख 80 हजार रुपए दे दो। पिस्टल देख मैंने ससुर को होटल में बैठे चेतन और अनूप पांडे को रुपए देने का बोला तो वे रुपए लेकर चले गए।
मोबाइल व सिम तोड़ी, बोले सीधे स्टेशन जाना नहीं तो गोली मार देंगे
रोहित ने बताया कि कार सवार चारों आरोपी उसे ग्वालटोली क्षेत्र में होटल के बाहर तक लाए और फिर धमकाया कि हमें क्या देगा। तो मैंने कहा कि मेरे पास कुछ नहीं है, ससुर के पास सिर्फ 1 लाख 20 हजार रुपए ही बचे हैं। इस पर वर्दी पहने व्यक्ति ने फिर पिस्टल अड़ाई और कहा कि लाल शर्ट में त्रिपाठी नामक व्यक्ति को तेरे ससुर के पास भेजा है, उसे ये रुपए भी देने का बोल, नहीं तो यहीं हत्या कर देंगे।
मैंने ससुर को फोन कर उसे भी रुपए दिला दिए। इसके बाद आरोपियों ने मेरा मोबाइल व सिम तोड़कर फेंक दी। बाद में मुझे निरंजनपुर इलाके में सुनसान स्थान पर कार से उतारकर भाग गए। मैंने एक ऑटो रिक्शा चालक से फोन लेकर ससुर को फोन किया और घटना की जानकारी दी।
अधिकारियों ने की धरपकड़
कारोबारी रोहित ने बताया कि बदमाशों ने कहा था कि होटल के बाहर नजर रखे हैं, पुलिस के पास गए तो हत्या हो जाएगी। हम स्टेशन पहुंचे तो ससुर ने अपने परिचित गोपाल अग्रवाल निवासी देवगुराड़िया को घटना बताई। इस पर उन्होंने अधिकारियों को जानकारी दी तो हमें थाने बुलाकर अधिकारियों ने तत्काल बदमाशों की घेराबंदी की। तीन बदमाश आशीष गुर्जर, अनूप पांडे और चेतन यादव को गिरफ्तार कर अपहरण, लूट, धोखाधड़ी व धमकाने सहित कुल 12 धाराओं में पुलिस ने केस दर्ज किया।
शिप्रा थाने के पुलिसकर्मी की भूमिका
पूरी घटना में चंद घंटों में ही एडीसीपी शशिकांत कनकने और छोटी ग्वालटोली टीआई सविता चौधरी की टीम ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे प्रकरण में शिप्रा थाने के एक कांस्टेबल की भूमिका बताई जा रही है, लेकिन अफसर अभी उसके सुराग जुटा रहे हैं। कार में पिस्टल दिखाने और अपहरण में उसकी भूमिका रही है।