पन्नी बीनने वाले बच्चों को इंदौर की डॉक्टर बहू ने दी शादी की दावत
डेढ़ सौ गरीब बच्चों को होटल में खिलाया खाना, कहा- बच्चों में भगवान का वास
ब्रह्मास्त्र इंदौर। राजगढ़ में मायका और इंदौर में ससुराल। डॉक्टर बहू ने एक ऐसी अनोखी मिसाल पेश की है, जिसकी जमकर तारीफ हो रही है। शादी के पहले उसने गरीब, जरूरतमंद बच्चों को एक बड़े होटल में दावत दी। करीब 150 बच्चों को जब वह लेकर होटल में घुसी तो सब देखते रहे गए। वेटर को खाने का ऑर्डर देते इन बच्चों से जब पूछा गया कि वे पहले कभी इतने बड़े होटल में आए हैं, तो वे भावुक हो गए। उन्होंने कहा- कभी नहीं। खाने के साथ यहां आना बहुत अच्छा लग रहा है। डॉक्टर मूल रूप से राजगढ़-ब्यावरा की रहने वाली हैं।
ब्यावरा के रामलीला मार्ग पर रहने वाली 23 साल की मुबारिका सैफी बीएचएमएस डॉक्टर की शादी आज इंदौर में रहने वाले अब्बास अली से होने जा रही है। अब्बास की इंदौर में प्लास्टिक फैक्ट्री है। मुबारिका शादी से 2 दिन पहले मंगलवार को कचरा – पन्नी बीनकर पेट भरने और जरूरतमंद 150 गरीब बच्चों को लेकर ब्यावरा के एक बड़े होटल में पहुंची। उन्होंने यहां बच्चों से कहा- उनका जो मन हो मंगवाकर खाएं।
पति को भी नहीं बताई यह बात
मुबारिका सैफी ने कहा कि बच्चों में भगवान का वास होता। ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए इससे बेहतर अवसर नहीं हो सकता है। शादी से पहले मैंने ऐसा कर थोड़ा सा योगदान करके समाज में एक नई पहल को शुरू करने की कोशिश की है। बड़ी बात यह है कि गरीब बच्चों को रेस्टोरेंट में खाना खिलाने की बात मुबारिका ने अपने होने वाले पति को भी नहीं बताई।