इंदौर लोकसभा सीट पर शाम 6 बजे तक 60.53 प्रतिशत हुआ मतदान
विधानसभा तीन में सबसे कम,
स्वीप आइकान विक्रम अग्निहोत्री ने
पैर के अंगूठे से दबाया ईवीएम का बटन
इंदौर। कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान से बाहर होने के बाद आशंका जताई जा रही थी कि मतदान पर इसका असर पड़ेगा, लेकिन इंदौरियों के उत्साह के आगे आशंका निर्मूल साबित हुई। सोमवार सुबह मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं के केंद्रों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। सबसे ज्यादा उत्साह नवमतदाताओं में नजर आया। बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक और बुजुर्ग भी मतदान के लिए पहुंचे। शाम 6 बजे तक 60.53 प्रतिशत मतदान हुआ।
सोमवार सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले मतदान केंद्रों पर माकपोल किया गया। इसमें 14 मतदान केंद्रों पर वीवीपीएटी बदलने के साथ ही 10 ईवीएम भी बदलनी पड़ीं। राऊ विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान एक ईवीएम खराब होने की सूचना मिली, जिसे तुरंत बदल गया। मतदान के दौरान इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकर्ता कहीं नजर नहीं आए।
चुनाव में भाजपा के अलावा नौ निर्दलीय सहित 13 अन्य प्रत्याशी भी भाग्य आजमा रहे हैं, लेकिन इनमें से किसी की कोई टेबल कहीं नजर नहीं आई। मतदान को बढ़ावा देने के लिए नवाचार करते हुए प्रशासन ने एक हजार से ज्यादा ई-रिक्शा अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात किए थे, जो वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचा रहे थे। सुबह जोर-शोर से शुरू हुआ मतदान दोपहर के समय जरूर कुछ धीमा पड़ा, लेकिन बाद में इसने बाद में फिर गति पकड़ ली।
अल्पसंख्यक क्षेत्रों में भी मतदान को लेकर उत्साह नजर आया। इक्का-दुक्का विवाद को छोड़कर शहर में कहीं किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है। मतदान को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने चिह्नित मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए अल्पाहार की निश्शुल्क व्यवस्था भी की थी।
56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन सहित कई व्यावसायिक और सामाजिक संगठनों ने भी मतदान करने वालों के लिए पोहे-जलेबी की व्यवस्था की थी। देर रात तक नेहरू स्टेडियम में ईवीएम जमा कराने वाले मतदानकर्मियों की कतारें लगी हुई थीं। विधानसभा क्षेत्र तीन में सबसे कम मतदान हुआ।