भाजपा ने मतदान करने वालों को फ्री में खिलाए पोहे- जलेबी, लंबी कतार लगी
जीतू पटवारी के घर के बाहर लगी उसल-पोहे बांटने के लिए टेबल
इंदौर। कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान में नहीं होने से नीरस हुए इंदौर लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में सोमवार को 61.13 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2019 के मुकाबले यह करीब आठ प्रतिशत कम रहा। कम मतदान की आशंका को देखते हुए प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं ने मतदान बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए थे। इसमें खानपान के लिए प्रसिद्ध 56 दुकान पर निशुल्क पोहा-जलेबी देने की पहल भी शामिल थी।
खानपान के शौकीन तीन हजार इंदौरियों ने सोमवार सुबह पहले अपने मताधिकार का प्रयोग किया, उसके बाद 56 दुकान पहुंचकर निशुल्क पोहे-जलेबी का स्वाद लिया। सुबह 7.10 बजे 56 दुकान पर पहला मतदाता वोट डालकर पहुंच गया था। 56 दुकान के व्यापारियों द्वारा सुबह नौ बजे तक वोट डालकर पहुंचने वाले मतदाताओं को निशुल्क पोहे-जलेबी का आफर दिए जाने के कारण काफी संख्या में लोग यहां पहुंचे। चार दुकानों से तीन हजार प्लेट पोहे वितरित किए गए।
जीतू पटवारी के घर के बाहर लगी उसल-पोहे बांटने की टेबल
इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने आखिरी दिन नामांकन वापस ले लिया था और वे भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद प्रत्याशी विहीन कांग्रेस ने नोटा (इनमें से कोई नहीं) का अपना प्रतिनिधि बताया था और शहर के 2677 बूथ पर निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन लेकर एजेंटों की टेबल लगाने का दावा किया था लेकिन यह भी गलत साबित हुआ।
सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के घर के बाहर नोटा का बटन दबाने वाले कांग्रेस समर्थकों के लिए सुबह से उसल- पोहे बांटने की टेबल ही लगी। शहर में किसी भी बूथ पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टेबल नहीं लगी। बता दें, भाजपा ने यहां से सांसद शंकर लालवानी को दूसरी बार मैदान में उतारा है।