पीएम मोदी 75 के होने जा रहे, महाकाल के आशीर्वाद से ही अब तक सफल रहे
– गुजरात के मुख्यमंत्री रहते मोदी ने उज्जैन के महाकाल में कराया था राष्ट्रीय राजनीति में सफलता के लिए अनुष्ठान
– मोदी के बाद अमित शाह, योगी आदित्यनाथ या कोई और महाकाल से आशीर्वाद लेकर ही आगे बढ़ना होगा
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 साल के होने जा रहे हैं। अब पार्टी से लेकर अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा चल पड़ी है कि क्या मोदी 75 वर्ष के होने के बाद भी पीएम बने रहेंगे या किसी अन्य को कमान सौंपेंगे। क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी ने ही यह नियम बनाया था कि 75 वर्ष के बाद नेता अपने आप ही रिटायर्ड हो जाएंगे। मोदी रिटायर होंगे या नहीं इस बारे में अभी कुछ भी सपष्ट नहीं कहा जा सकता है। लेकिन इतना जरूर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान महाकाल के आशीर्वाद से अब तक की राजनीति में सफल रहे हैं।
आपको यह भी बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने से पहले उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में पंडे-पुजारियों से गोपनीय अनुष्ठान कराया था। उसी अनुष्ठान की पूर्णाहुति के लिए मोदी गुजरात के सीएम रहते वर्ष 2011 में उज्जैन आए थे और ज्योतिर्लिंग महाकाल के दरबार में पहुंचकर दर्शन-पूजन किया था तथा अनुष्ठान की पूर्णाहुति कराई थी। अनुष्ठान का पूजन कराने वाले महाकाल के महेश पुजारी ने दैनिक अवंतिका को जानकारी देते हुए बताया कि नरेंद्र मोदी शुरू से ही भगवान महाकाल के भक्त रहे हैं। उनके परिवार के लोग भी पहले से ही महाकाल मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए आते रहे हैं। जिसमें उनके भाई, पत्नी व अन्य पारिवारिक लोग शामिल है। मोदी ने पहले महाकाल मंदिर में एक बार 12 ज्योतिर्लिंग पूजन अनुष्ठान कराया था। इसके बाद उनकी राजनीतिक सफलता के लिए भी यहां कई बार यज्ञ व महाभिषेक व जप आदि अनुष्ठान मंदिर के पुजारियों एवं ब्राह्मणों के द्वारा किए गए है। गुजरात सीएम रहते मोदी महाकाल से जुड़े रहे। इसके बाद साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा तो पहले महाकाल के दरबार में दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे फिर लगातार आगे बढ़ते गए और एक दिन ऐसा भी आया जब वे देश के प्रधानमंत्री बने जब भी उनकी सफलता के लिए महाकाल में पूजा-पाठ व अनुष्ठान किया गया। महाकाल के प्रताप से ही मोदी आत तक प्रधानमंत्री बने हुए है। लेकिन अब 75 के होने जा रहे हैं तो एक नई चर्चा चल पड़ी और लोग यहीं कह रहे हैं कि मोद जी के बाद अमित शाह या योगी आदित्यनाथ को देश की कमान सौपी जा सकती है। यदि ऐसा है तो शाह व योगी आदित्यनाथ को भी भगवान महाकाल के दरबार में आकर इसके लिए आशीर्वाद लेना चाहिए। क्योंकि राजनीति में बाबा महाकाल ही उन्हें आगे तक ले जा सकते हैं।
2022 में भी उज्जैन आकर मोदी ने
महाकाल के गर्भगृह में की थी पूजा
मोदी का उज्जैन के महाकाल से काफी लगाव रहा है। यहीं कारण है कि जब भी उन्हें मौका मिला वे महाकाल के दरबार में आए और पूजा-अर्चना की। राष्ट्रीय राजनीति में परचम लहरा रहे मोदी वर्ष 2022 में भी उज्जैन आ चुके हैं। इस दौरान उन्होंने भगवान महाकाल की गर्भगृह में जाकर विशेष पूजा-अर्चना की थी और रुद्राक्ष माला लेकर कुछ देकर महाकाल के समक्ष बैठकर जाप भी किया था। उस समय मंदिर के 3 पुजारियों ने मोदी का पूजन कराया था। इस पूजन के बाद ही मोदी ने महाकाल मंदिर के पीछे करोड़ों रुपए की लागत से से बने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था।
चुनाव से पहले महाकाल की पूजा की
तो विधानसभा में मिला जीत का फल
नरेंद्र मोदी जब-जब महाकाल आए उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में सफलता मिली है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने इस संबंध में कहा कि नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम रहते महाकाल आए थे तो गुजरात का कार्यकाल सफल रहा। फिर कुछ वर्षों के बाद ही जब उन्होंने बीजेपी की राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया तो महाकाल का अशीर्वाद लिया। यहां उनके लिए अनुष्ठान हुआ जो उन्हें आगे तक सफलता दिलाता रहा। वर्ष 2022 में अक्टूबर में मोदी महाकाल आए थे। उस दौरान भी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले थे। जिसमें प्रमुख रूप से मप्र विधानसभा चुनाव भी शामिल थे। मोदी यहां महाकाल की गर्भगृह में जाकर पूजा की और विधानसभा में सफलता मिली। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी सफलता को चुमने वाले हैं।