पांच वर्ष में दो हजार करोड़ की लागत से शाजापुर पहुंच चुकी पाइप लाइन
सारंगपुर। लंबे समय से सारंगपुर के लोग नर्मदा के जल का इंतजार कर रहे है। नर्मदा का पानी शाजापुर तक आ जाने से नगरवासियों को एक बार फिर आस जगी है, लोगों को भरोसा है कि अगर सारंगपुर तक यह पाइपलाइन आती है तो जल संकट की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो सकती है। क्योंकि कुंडालिया और कबूलपुर डेम बनने के बाद नगर में पानी सप्लाई नहीं हो पाया है। वहीं रहवासियों ने मंत्री गौतम टेटवाल से भी नर्मदा के पानी को सारंगपुर तक लाने की मांग की है। लोगों की मांग है नर्मदा का पानी शाजापुर जिले तक आ गया है।
सारंगपुर की दूरी कम होने से पानी पहुंचाया जा सकता है। दरअसल 2 हजार करोड की लागत से 5 साल में 270 किमी का सफर कर पाइपलाइन से 1 मई को शाजापुर जिले तक आ चुका हैं। मक्सी में टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। ऐसे में 25 किमी दूर सारंगपुर तक पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचने से नगर और आसपास के गांवों का जल संकट खत्म किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि परियोजना को पूरा होने के बाद 403 किमी की पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
2 से 10 फीट तक डाली पाइपलाइन
बडवाह से निकली नर्मदा नदी से पानी लाने के लिए 10 फीट गोलाई वाली पाइप लाइन को डाला जा रहा है। वहीं पानी को आगे बढ़ाने के लिए जिससे प्रेशर बनाए रखने के लिए 2 फीट चौड़ी पाइपलाइन को डाला गया है। पाइप लाइन में 5 किमी पर स्कोर वॉल्व लगाए जा रहे है, जिससे पांच साल से काम चलने के कारण कई जगह जमा हुई गंदगी को स्कोर बाल्व की मदद से साफ किया जा सके। वहीं आने वाले समय में अगर नर्मदा का पानी सारंगपुर पहुंचता है तो बिना साफ किए व बिना फिल्टर के पानी का उपयोग किया जा सके।
इंटकवेल नहीं बनने से जल सप्लाई शुरु नहीं
शाजापुर जिले में 1 मई को नर्मदा नदी से पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंच गया है, लेकिन इंटकवेल नहीं बनने से पानी इकटठा नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही इंटकवेल बनाने के बाद पानी इकट्ठा होता है, जल सप्लाई शुरू हो जाएगी।