अब श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर की आरती व दर्शन की जानकारी होटलों में ही मिल जाएगी- कलेक्टर ने होटल संचालकों से कहा श्रद्धालु मंदिर जाए उसके पहले उसे सबकुछ मालूम हो
दैनिक अवंतिका उज्जैन। अब श्रद्धालुओं को ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में रोज होने वाली आरती, पूजा से लेकर दर्शन आदि की सारी जानकारी होटलों में ही मिल जाएगी। ताकि उन्हें होटल से निकलने के बाद जगह-जगह लोगों से मंदिर के बारे में पूछताछ न करना पड़े। श्रद्धालु बाहरी गलत लोगों के संपर्क में आने के बाद ही जानकारी के अभाव में रुपए का लेनदेन कर बैठते है और मंदिर व प्रशासन की बदनामी होती है।
आए दिन महाकाल की भस्मारती व वीआईपी दर्शन कराने के नाम पर श्रद्धालुओं से बाहरी तत्व पैसे वसूल लेते हैं। जबकि मंदिर में सभी चीजों की राशि निर्धारित है। जैसे भस्मारती के समिति प्रति श्रद्धालु से 200 रुपए लेती है जबकि वीआईपी दर्शन की टिकट 250 रुपए में मिलती है। इसके अलावा किसी भी चीज का फिलहाल कोई शुल्क नहीं लगता है। रुपए लेने की घटनाओं से निपटने के लिए कलेक्टर ने उज्जैन की होटल संचालकों की बैठक ली और कहा कि यात्रियों की जानकारी रजिस्टर में अनिवार्य रूप से दर्ज करे और विशेष रूप से होटल के काउंटर पर महाकाल मंदिर में होने वाली आरती, पूजा और दर्शन व्यवस्था से संबंधित जानकारी भी प्रदर्शित करें ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर जाने से पहले ही पूरी जानकारी अपडेट मिल जाए।
मंदिर के हेल्प लाइन नंबर
भी होटल में डिस्प्ले करें
बैठक में यह भी कहा गया है कि होटलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही महाकाल मन्दिर के हेल्प लाइन नम्बर 0734-2551295 को भी डिस्प्ले करे। बैठक में महाकाल मंदिर के प्रशासक मृणाल मीना भी मौजूद थे।
होटल वालों को अब ये भी करना होगा
– होटल संचालकों को अपनी जानकारी नाम और मोबाइल नम्बर के साथ होटल भवन के बाहर प्रदर्शित करनी होगी, ताकि आगन्तुकों को किसी प्रकार की परेशानी होने पर वे होटल मालिक से सीधे सम्पर्क कर सकें।
– होटल संचालकों द्वारा अपने स्टाफ को भी पहचान-पत्र दिया जाए और उनकी व्यवस्थित जानकारी संधारित करें।
– किसी भी आगंतुकों को बिना आईडी के होटल्स में नहीं ठहराया जाये।
– दो सप्ताह से अधिक रहने वाले आगंतुकों की जानकारी सम्बन्धित क्षेत्र के थाना प्रभारी को दी जाए।
– विदेशी नागरिकों के सम्बन्ध में भी सम्बन्धित क्षेत्र में थाने में सूचना दी जाए।