रिश्वतखोर तराना सीईओ का रसूख, 4 दिन में कलेक्टर सस्पेंड नहीं कर सके
उज्जैन। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की उज्जैन टीम ने तराना सीईओ केपी राज को रंगेहाथ 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। सीईओ का दबदबा इतना निकला कि जिस ईओडब्ल्यू उज्जैन ने सरपंच रामचन्द धाकड़ की शिकायत पर 7 दिनों की रेकी कर सीईओ को रंगेहाथ दबोचा उसे सस्पेंड करने में कलेक्टर आशीष सिंह अब तक बच रहे हैं। बताया जाता है कि सीईओ कोमलप्रसाद राज अपने इसी रसूख के चलते तराना जनपद में भ्रष्टाचार को खुलेआम अंजाम देते थे। खुद सरपंच से सीधे पैसे के लेनदेन कर लेते थे। सूत्र बताते हैं कि इनके मनरेगा के ही एक बाबू और किसी कर्मचारी से सांठगांठ थी और यही लेनदेन के लिए सरपंच और सचिव को फोन करते थे। हालांकि सीईओ की डायरी यदि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम को हाथ लगी होगी तो उसमें लेनदेन के रिकार्ड मिलने की संभावना अधिक है। सूत्र बताते है कि रिश्वतखोर सीईओ के जिला मुख्यालय पर अटेचमेंट की भी चर्चा है ताकि जिले में रहकर तराना के विरोधी सरपंचों को सबक सिखा सके। वहीं आमजन चाहते हैं इन्हें जिले से बाहर रखा जाए।