पर्याप्त वेंडर नहीं होने के कारण नहीं लग रहे है सोलर बिजली प्लांट
जो लोग प्लांट लगाने के इच्छुक है उन्हें करना पड़ रहा इंतजार
उज्जैन। बिजली विभाग के पास पर्याप्त वेंडर ही नहीं है और इस कारण सोलर बिजली प्लांट लगाने की गति धीमी पड़ी हुई है। बताया गया है कि कंपनी के पास सैकड़ो आवेदन लंबित पड़े हुए है और इस कारण जो लोग सोलर बिजली प्लांट लगाने के इच्छुक है उन्हें लंबे समय से इंतजार करना पड़ रहा है।
कोयले से उत्पादित बिजली महंगी होने और उससे होने वाले वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए जहां एक तरफ सरकार का जोर सौर ऊर्जा पर है , तो दूसरी ओर प्रदेश सहित उज्जैन में भी वेंडर ही नहीं हैं, कि वे तय सीमा में सोलर प्लांट लगा सकें। इस वजह से सरकार की मंशा पर बिजली कंपनियां खरी नहीं उतर पा रही हैं। इससे लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। दरअसल तीनों बिजली कंपनियों के पास सोलर पैनल लगवाने के लिए उज्जैन सहित 14672 आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। बिजली कंपनियों के पास अभी महज पंजीकृत सौर ऊर्जा प्लांट लगाने वाले वेंडरों की संख्या महज 276 है। इन दिनों प्रदेश में डॉ मोहन सरकार सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से मिशन मोड पर बनी हुई है। इधर,सोलर प्लांट लगवाने वालों के आवेदन लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। लेकिन, तय समय पर वे लग ही नहीं पा रहे हैं। दरअसल लगातार कोयले से मिलने वाली बिजली लगातार लागत बढ़ने से महंगी होती जा रही है।
यही वजह है कि अब पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर फोकस किया जा रहा है। सोलर एनर्जी पर निर्भरता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार सोलर प्लांट लगवाने वालों को अनुदान भी प्रदान कर रही है। सब्सिडी भी दे रही है। इस वजह से सोलर पैनल लगवाने वालों के आवेदन भी लगातार बढ़ रहे हैं। वेंडर की कमी को दूर करने के लिए ऐसे लोगों को प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है, जो इस काम में दिलचस्पी रखते हैं। इसके लिए शार्ट सर्टिफिकेट कोर्स बिजली कंपनी करने की तैयारी में हैं। दावा किया जा रहे है शुरू कर कि इससे वेंडर की कमी दूर हो जाएगी। राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) शिवपुरी के माध्यम से यह कोर्स संचालित किया जाएगा। इसके अलावा सेंट्रल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जबलपुर और भोपाल में भी प्रशिक्षण होगा।