बगैर अनुमति कई अवैध लैबों पर हो रही कोरोना की जांच, डॉक्टर भी शामिल

मेडिकल एसोसिएशन ने की कलेक्टर को शिकायत

ब्रह्मास्त्र इंदौर। जिला प्रशासन ने कोविड टेस्ट के लिए केवल 10 पैथालॉजी लेब को अनुमति दी है, लेकिन शहर के गली-मोहल्ले, चौराहों पर खुली पैथालॉजी लैब भी कोरोना संक्रमण संबंधी जांच कर रही है। इनके परिणाम न केवल प्रामाणिक है, बल्कि गलत जानकारियां मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रही हैं। इसकी शिकायत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रशासन को करते हुए जांच की मांग की है।
डॉक्टरो के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण सम्बन्धित मरीजों की जांच करने की अनुमति सिर्फ 10 पैथालॉजी लैब्स को दी है। मगर कोरोना की पहली लहर से लेकर, तीसरी लहर के बीच शहर सहित जिले में संचालित कई लैब्स आरटीपीसीआर की जांच करके मरीजों को गुमराह कर रही है। एसोसिएशन के पदाधिकारी डॉ. संजय लोढ़े ने बताया कि पिछले दो सालों में मरीजों की जान से खेलने वाली अवैध पैथालॉजी लैब्स गली, मोहल्लों, चौराहों पर खुल गई है, जो कम पैसों में चाहे जैसी जांच कर मरीजों को थमा रहे हैं। इस कारण कई मरीज गलत इलाज कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। इसके अलावा शहर में कई ऐसी फर्जी पैथालॉजी लैब भी हैं, जो डाक्टरों के साथ मिलकर अनावश्यक रूप से लोगों की जांच तो करती ही है, बल्कि डॉक्टरों को कमीशन भी देती है। एसोसिएशन ने जिला प्रशासन से ऐसी फर्जी लैब के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।