दैनिक अवंतिका उज्जैन। रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनने वाले रोपवे निर्माण के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड ने एक कंपनी को ठेका दे दिया है और जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी है।   
आम दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए 160 करोड़ रुपए की लागत से 1.8 किलो मीटर लंबा यह रोपवे बनाया जा रहा है। इसमें 132 फीट की ऊंचाई से लोग महाकाल मंदिर और महाकाल लोक भी देख सकेंगे। रोपवे रेलवे स्टेशन से शुरू होकर महाकाल मंदिर के बाहर रुद्रसागर के सामने गणेश नगर में बन रहे पुल के सामने खत्म होगा। यहीं पर इसका स्टेशन बनेगा। रोप वे के लिए 13 टॉवर 132 फीट की ऊंचाई तक बनाए जाएंगे। जमीन का सर्वे शुरू कर दिया गया है और इन पर मार्किंग की जा रही है। 12 टॉवर सरकारी जमीन पर आ रहे हैं जबकि एक टॉवर निजी जमीन पर है।
 
रेलवे ने 2 करोड़ के जीएसटी सहित 
मांगी राशि, सरकार का इनकार
 
रेलवे ने जमीन के बदले जीएसटी सहित राशि की मांग की है। पेच यह है कि जीएसटी दो करोड़ रुपए से अधिक लगेगा। यह राशि देने से सरकार ने यह कहकर इंकार कर दिया है कि शासकीय कार्य में इसकी जरूरत नहीं है। रेलवे इससे सहमत नहीं है। रेलवे ने 14 करोड़ 60 लाख रुपए के अतिरिक्त ढाई करोड़ रुपए की जीएसटी का भुगतान मांगा है।
 
निजी मकानों का अधिग्रहण, रेलवे 
से महाकाल 5 मिनट में पहुंचेंगे
 
निजी जमीन पर कुछ मकान बने हुए हैं। इन मकानों का अधिग्रहण किया जाएगा। मकान मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा। एक टॉवर करीब 50 फीट जमीन पर बनेगा। रोपवे शुरू होने पर रेलवे स्टेशन से लोग पांच से सात मिनट में ही महाकाल मंदिर के महालोक क्षेत्र पहुंच जाएंगे।