हमारा लक्ष्य क्षिप्रा के पानी को पूर्ण रूप से शुद्ध करना- कलेक्टर

देवास। क्षिप्रा शुद्धिकरण एवं क्षिप्रा में मिल रहे नालों की सफाई और संरक्षण के संबंध में कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने ग्राम कैलोद और रूद्रवासा में जाकर ग्रामीणों से संवाद किया। कलेक्टर ने नालों की सफाई और संरक्षण के लिए बनाये गये प्लान के संबंध में सरपंच, पटवारी, सचिव, जीआरएस, सब इंजीनियर से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य क्षिप्रा के पानी को पूर्ण रूप से शुद्ध करना है। क्षिप्रा शुद्धिकरण कार्य हम सब को मिलकर करना है। हमें गंदा पानी क्षिप्रा में जाने से रोकना है। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत हिमांशु प्रजापति सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि नाले जो नदियों में मिलते है, उनके धारा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए हमें नालों का संरक्षण करना होगा। गंदा पानी नालों में जाने से रोकना होगा। नालों के आसपास से अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम चलानी होगी। कलेक्टर ने कहा कि नदियां नहीं बचेगी तो भविष्य में हमें परेशानियों का सामना करने पडेगा। कलेक्टर ने पटवारी को निर्देश दिये कि अतिक्रमण हटाने के लिए सीमांकन का कार्य कर लें। अतिक्रमण हटाकर नालो के दोनों और 50-50 मीटर तक पौधा रोपण किया जाये।

नालों के आसपास शासकीय भूमि पर ब्लॉक प्लांटेशन किया जायेगा। किसान अपनी भूमि पर स्वयं भी पौधे लगा सकते है और शासन की मद्द भी ले सकते है। नालों के 10 मीटर तक पानी सहजने वाले पौधे लगाये, उसके बाद अन्य फलदार/छायादार पौधे लगाये। पौधारोपण के लिए बारिस से पहले गढ्ढे कर लें। पौधा रोपण के लिए 109 ग्रामों में मुहिम चलाई जायेगी। उल्लेखनीय है कि जिले में क्षिप्रा शुद्धिकरण तथा उसके सहयोगी नदी/नालों किनारे स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं जल एवं मृदा संरक्षण की गतिविधियों के निष्पादन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर दलों का गठन भी किया गया है।
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