भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से हलाकान इंदौर, आधी रात के बाद भी जोन पर विरोध प्रदर्शन, 8-8, 10-10 घंटे तक रहती है बिजली गुल

 

 

विद्युत कंपनी ने हाथ खड़े किए, झोन के दरवाजे पर ताला लगा कर भाग रहे इंजीनियर

इंदौर। नौतपा जैसी भीषण गर्मी पड़ने के साथ ही इंदौर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। हर क्षेत्र में घंटों बिजली गुल हो रही है। तेज गर्मी के बीच दिन और रात की अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। शहर के किनारे पर नई बसी कालोनियों में तो 8-8 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। बीच शहर में भी कई कई बार बिजली गुल हो जाती है । सुखलिया क्षेत्र में आधा -आधा घंटे बिजली नहीं रहती।
शिकायत के लिए बनी हेल्पलाइन ठप हो रही है। अधिकारियों के फोन नहीं उठ रहे। परेशान लोग आधी रात के बाद तक जोन का घेराव कर रहे हैं। भीड़ से बचने के लिए बिजली इंजीनियर जोन के दरवाजे पर ताला लगाकर भाग रहे हैं।
बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात 12 बजे से 2 बजे तक गुमाश्ता नगर बिजली जोन पर लोगों की भीड़ देखी गई। द्वारकापुरी, परिवहन नगर, रिंग रोड व आसपास के क्षेत्रों में रात 11 बजे बाद बिजली गुल हुई जो आधी रात के बाद भी नहीं आई। अधिकारियों ने फोन नहीं उठाए।

पूरी रात सो नहीं पा रहे

क्षेत्र की रहवासी रीना सोनी कहती है पहले दिन में बिजली गुल हो ही रही थी, लेकिन रात में भी अब बिजली जा रही है। बिना-पंखे कूलर के लोग सो भी नहीं पा रहे। अधिकारियों ने फोन नहीं उठाए तो कालोनी के लोग एकत्र होकर जोन पर पहुंचे थे लेकिन वहां भी जिम्मेदार बाहर ताला लगाकर गायब हो गए।

बार-बार हो रहे फाल्ट

चंदन नगर, ग्रीन पार्क क्षेत्र में 24 घंटे में से आठ-दस बार बिजली बंद होना आम बात हो गई है। रहवासियों के अनुसार अब रात की कटौती भी परेशान कर रही है। क्षेत्रीय रहवासी सरफराज अंसारी के अनुसार बुधवार को लोग इकट्टे होकर जोन पर पहुंचे तो पता चला कि क्षेत्र के लिए नई ग्रिड एक साल से मंजूर है ,लेकिन आज तक तैयार नहीं हुई। केबल पुरानी हो चुकी है उसे भी बदला नहीं गया। ऐसे में बार-बार फाल्ट हो रहे हैं।

कालिंदी गोल्ड में दो-दो दिन तक बिजली गुल

इंदौर शहर के राजबाड़ा से लगे मध्यक्षेत्र नीलकंठ कालोनी, मल्हारगंज में भी दो-चार घंटे बिजली गुल होना आम हो गया है। सुखलिया, एमआर 10 और रिंग रोड से लगी कालोनियों में भी यही हाल है। शहर से दूर बसी नई कालोनियों कालिंदी गोल्ड में तो दो-दो दिन तक लगातार बिजली गुल है। कालिंदी गोल्ड के रहवासी वेदांत शर्मा ने बताया कि रात में 8-10 घंटे तक बिजली नहीं रहती। इसके कारण ठीक ढंग से लोग सो भी नहीं पा रहे हैं। नींद पूरी नहीं होने का असर दिनभर कामकाज पर पड़ता है। स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।
यहां जोन पर सुनवाई नहीं हुई तो बुधवार दोपहर रहवासी बिजली कंपनी के पोलोग्राउंड स्थित मुख्यालय पर अधिकारियों का घेराव करने पहुंच गए। समस्या का हाल फिर भी नहीं हुआ।क्षेत्रीय रहवासी राकेश नेगी ने कहा कि दो दिन में मुश्किल से चार-पांच घंटे बिजली मिल सकी है। दिन-रात बिना बिजली के रहना पड़ रहा है।

राहत मिलती नहीं दिख रही

शहर के लोगों अघोषित कटौती से ताजा स्थिति में राहत मिलती नहीं दिख रही। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली मांग के आंकड़े सामने रखकर हाथ खड़े कर दिए हैं। कंपनी के अनुसार गुरुवार को इंदौर जिले की बिजली की कुल मांग एक हजार मैगावाट तक पहुंच गई है।