विकास के लिए उज्जैनवासियों ने पेश की सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
-कलेक्टर एवं एसपी की सतत मानिटरिंग जारी
-दुसरे दिन भी चौडीकरण के दायरे में आ रहे धर्मस्थलों को हटाने का कार्य जारी रहा
उज्जैन। उज्जैन शहर के केडी गेट से इमली तिराहा मार्ग चौड़ीकरण के लिए आपसी सामंजस्य एवं समन्वय से शांतिपूर्वक धार्मिक स्थलों को लोगों द्वारा स्वेच्छा से हटाना विकास के लिए उज्जैनवासियों की सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। वर्ष 2023 में आमजन ने अपने आवास चौडीकरण में तोडकर सहयोग किया था और अब इसी मार्ग पर धर्मस्थलों को हटाने में भी सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल दी गई है।
कलेक्टर उज्जैन नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के मार्गदर्शन में संयुक्त दल ने गुरूवार और शुक्रवार को केडी गेट से ईमली तिराहा चौडीकरण के दायरे में आ रहे धर्मस्थलों को हटाने की कार्रवाई सर्वसम्मति से सभी के सहयोग से की जा रही है। इसमें सभी संप्रदाय के लोगों ने शांतिपूर्ण रूप से जनसहयोग से हटाने की कार्रवाई की गई है। इस कार्य की कलेक्टर एवं एसपी द्वारा सतत मॉनिटरिंग की जा रही है।
कुल 18 धर्म स्थल-
जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को केडी गेट तिराहें से तीन इमली चौराहे के जद में आने वाले 18 धार्मिक स्थलों को जनसहयोग से शांतिपूर्वक ढंग से हटाने की कार्रवाई की गई हैं। जिसमें धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों , पुजारियों और लोगों द्वारा भी सहयोग किया गया। 18 धार्मिक स्थलों में 15 मंदिर, 2 मस्जिद, एक मजार हैं, जिन्हें पीछे करने और अन्यत्र स्थापित करने की कार्यवाही की गई हैं। हटाई गई प्रतिमाओं को प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों द्वारा बताए गए निर्धारित स्थान पर विधि विधान से स्थापित किया गया। साथ ही 20 से अधिक भवन जिनका गलियारा आगे बढ़ा लिया गया था। ऐसे भवनों के उस हिस्से को भी भवन स्वामियों द्वारा स्वेच्छा से तोड़ने की कार्यवाही की गई।केडी मार्ग के विकास के लिए विभिन्न धार्मिक संप्रदाय न केवल आगे आए बल्कि उन्होंने स्वयं अपने धार्मिक स्थलों को हटाने में सहयोग किया। जिला प्रशासन द्वारा भी विभिन्न धार्मिक संप्रदायों से आपसी सामंजस्य और समन्वय बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई गई।
धार्मिक भावना के सम्मान के साथ लिया गया सहयोग-
कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा के निर्देशानुसार धार्मिक स्थलों को हटाने से पूर्व और दौरान प्रत्येक संप्रदाय के व्यस्थापकों और प्रमुख लोगों से चर्चा की गई और समन्वय स्थापित किया गया। कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशानुसार किसी भी संप्रदाय की धार्मिक भावना आहत न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा गया। धार्मिक रिती रिवाज का पालन करते हुए चौडीकरण में आ रहे क्षेत्र से प्रतिमाएं और अन्य पूज्य स्थलों को उपस्थित उनके ही धर्मअनुयाईयों के हाथों से अन्यत्र स्थापित करवाया गया । इसमें नगर निगम ने मानव और मशीनी सहयोग प्रदान किया है।
संयुक्त अमले ने निभाई सक्रिय भूमिका-
केडी मार्ग चौड़ीकरण के लिए कलेक्टर व एसपी के मार्गदर्शन में निगम आयुक्त आशीष पाठक, एडीएम अनुकूल जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह राठौर सहित अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न धार्मिक संगठनों से समन्वय और सामंजस्य में सक्रिय भूमिका निभाई गई। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबे केडी मार्ग के लिए विभिन्न सेक्टर्स में कार्यपालिक मेजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई। प्रशासन पुलिस एवं नगर निगम का अमला भी मुस्तैद रहा।