राज माता श्री मति माधवी राजे सिंधिया को उज्जैन जाकर दी श्रद्धांजलि
रुनिजा। रियासत के जमाने में रुनीजा सहित आसपास के सभी ठिकाने गढ़ ग्वालियर रियासत के अंतर्गत आते थे। तथा इन ठिकानों के जमीदार ग्वालियर रियासत के लिए कर आदि वसूलने का काम करते थे ।यही नही रुनीजा ठिकाने के जमीदार ठाकुर धर्मपाल सिह राठौर व स्व महेंद्र सिंह कालू खेड़ा महाराजा माधवराव सिंध्या के ए डीसी रहे। यही नही महाराज माधवराव सिंधिया रुनिजा ठिकाने कई बार अपने लाव लश्कर के साथ आये भी। उन्हीं की रियासत की रजमाता श्रीमती माधवी राजे सिंधिया के स्वर्गवास होने पर उनका अस्थि कलश मोक्षदायिनी मां शिप्रा में विसर्जित करने के लिए लाया गया तथा उज्जैन में अस्थि कलश को श्री संख्या राजे धर्मशाला में अंतिम दर्शन व पुष्पांजलि अर्पण करने हेतु रखा गया था। इस अवसर पर भाटपचलाना के जमीदार ठाकुर भानुप्रताप सिंह राठौर , कुंवर महेंद्रप्रताप सिंह राठौर , ठाकुर के.के.सिंह कालूखेड़ा, ठाकुर राजेंद्र सिंह अर्जला , ठाकुर धर्मपाल सिंह रुनीजा , ठाकुर महाराज महेंद्र सिंह खेड़ावदा, श्री विक्रम जी योगी आदि प्रतिनिधि मंडल ने राजमाता के अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।