पशु, पक्षी, जीव जंतुओं का जीवनदाता बड़गावा का तालाब
रुनीजा । इस वर्ष अप्रेल मई में ही गर्मी ने अपना भीषण रूप अख्तियार कर सबके हाल बेहाल कर रखे है। इस आग बरसती भीषण गर्मी के तेवर से जन , जानवर , पशु पक्षी जमीन सभी हा हा कर कर रहे हैं। जैसे जैसे प्रतिदिन तापमान बढ़ रहा है ।वैसे-वैसे नदी ,तालाब नलकूप दम तोड़ते ओर हांफते नजर आ रहे ।
पानी की समस्या विकराल रूप लेते जा रही है। जिसका असर जन , जमीन और जंगल में रहने वाले जानवरों पर भी पड़ता जा रहा है ।पीने के पानी के लिए पशु पक्षी अपने बरसो के बसरे छोड़ कर पानी वाला स्थान ठंडे समय मे ढूंढते फिर रहे हैं । इस शरीर को तपा देने वाले गर्मी मे बड़गांवा का 35 बीघा का तालाब पशु पक्षी और जानवरों के लिए रेन बसेरा बनता जा रहा है। अभी वर्तमान में यहां कई प्रकार के पशु पक्षी तालाब के आस पास व पेड़ पर देखे जा सकते हैं ।इसके अलावा गाय भैंस भेड़ बकरियों के लिए भी यहतालाब जीवन डाटा बना हुआ है। यह सभी प्रकार के जीव अपने प्यास बुझाने के लिए तालाब में डेरा डाले हुए हैं।
प्रतिवर्ष गांव के किसान इस तालाब को गहरा कर अपने खेतों को भी उपजाऊ बंनाने का काम करते हैं। इसके बारे जानकारी देते हुए नन्दकिशोर धाकड़ ने बताया गर्मी में कुछ हिस्सों पानी खत्म हो जाने के कारण किसान भाई इसकी मिट्टी निकाल कर अपने खेतों और मेड़ो पर डालते हैं जिसके कारण तालाब के अंदर बड़े-बड़े गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिसके कारण बारिश के वक्त इसमें पानी भर जाने के कारण वर्ष भर इसमें पानी भरा रहता है। अभी वर्तमान में भी इन गड्डो में 10 से 15 फीट के बीच पानी भरा हुआ है। जिसके कारण गांव के बोरवेल और नलकूप चल रहे हैं अगर इस तालाब की पाल को चोडी करके ऊंची उठा कर इस तालाब का नाला 1 फीट ऊंचा उठा दिया जाये और इन गड्डो को और गहरा और समतलीकरण दिया जाए! तो यह तालाब भीषण गर्मी भी जन , जमीन जानवरों के लिए वरदान बना रहेगा।