जल निकासी में बाधक अवैध निर्माणों को चिन्हित कर हटाएं : कलेक्टर
बाढ़ आपदा रोकथाम के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएं
उज्जैन। उज्जैन नगर में जल निकासी में बाधा बन रहे अवैध निर्माणों को चिन्हित कर उन्हें हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएं। संबंधित एसडीएम, नगर निगम, होमगार्ड का अमला भ्रमण कर ऐसे निर्माणों को चिन्हित करें। पूर्व ऐसे निर्माणों को हटाने की कार्रवाई की जाए। यह निर्देश उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित बाढ़ आपदा नियंत्रण संबंधी बैठक में अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने बाढ़ आपदा प्रबंधन संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में बाढ़ आपदा की स्थिति निर्मित ना हो इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएं। उज्जैन नगर सहित जिले के ऐसे क्षेत्र जहां जल भराव की स्थिति निर्मित होती है वहां जल भराव के कारण को जानकर उनके यथा उचित निराकरण कराएं। जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना ने कंट्रोल रूम का प्रभावी ढंग से संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे सब डिवीजन जहां बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक नहीं हुई है वहां तत्काल बैठक आयोजित की जाए। आरटीओ बस संचालकों को वर्षा के दौरान आवश्यक सावधानियों के संबंध में निर्देशित करें। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी उज्जैन विकास प्राधिकरण संदीप सोनी, अपर कलेक्टर अनुकूल जैन सहित संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहें।
विद्युत कंपनी अपने काम त्वरित गति से करें-
कलेक्टर ने निर्देश दिए की एमपीईबी द्वारा सुनिश्चित किया जाए की खराब हुए ट्रांसफार्मर, बिजली के तारों और खम्बो को दुरुस्त करने की कार्यवाही त्वरित गति से की जाएं। बिजली जाने की समस्या के निराकरण में लेट लतीफी ना हो। जिले में विगत दिनों हुई बिजली संबंधी घटनाओं से सबक लें और ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा ना हो यह सुनिश्चित किया जाए। यहीं एमपीईबी की गुणवत्ता के मापदंड होंगे।
दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो-
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जिले के ऐसे दूरस्थ क्षेत्र जहां संपर्क टूटने की स्थिति निर्मित होती हों वहां राशन की पर्याप्त व्यवस्था रहें। होमगार्ड द्वारा मोटर बोट्स, लाइफ जैकेट आदि सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करें। संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों की टीम नियोजित की जाएं।