लू पिडितों के लिए जिला अस्पताल में 7 बेड्स का हीट स्ट्रोक वार्ड 

-रोहिणी के पहले दिन अधिकतम तापमान 44 डिग्री रहा

-मौसम विभाग का कहना मई अंत तक यही हाल बने रहेंगे

 

उज्जैन । रोहिणी के पहले दिन अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जिले में लू के प्रकोप की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर हीट स्ट्रोक या लू से पिडित मरीजों के त्वरित उपचार के लिए जिला अस्पताल में हीट स्ट्रोक वार्ड  बनाया गया हैं। यह सात बिस्तरीय हीट स्ट्रोक वार्ड आवश्यक सुविधाओं से युक्त हैं।

 

शनिवार को कलेक्टर ने जिला अस्पताल पहुंचकर हीट स्ट्रोक वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने सिविल सर्जन जिला अस्पताल से हीट स्ट्रोक वार्ड पर व्यवस्थाएं एवं गर्मी से प्रभावित मरीजों के उपचार की जानकारी ली। सिविल सर्जन पीएन वर्मा ने बताया कि उक्त वार्ड में मरीजों की उपचार के लिए 24 घंटे 7 दिन चिकित्सा एवं अन्य स्टाफ की व्यवस्था की गई हैं। हीट स्ट्रोक के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयों की भी पर्याप्त उपलब्धता हैं। गंभीर मरीजों के उपचार के लिए आईसीयू वार्ड में भी दो अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था की गई हैं।इस दौरान कलेक्टर ने सामान्य वार्ड का भी निरीक्षण किया और रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय के अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

दोपहर 3.17 बजे रोहिणी नक्षत्र में पहुंचा सूर्य-

शनिवार से रोहिणी नक्षत्र लग गया। यह 2 जून तक रहेगा। इस वर्ष सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश से पहले ही तपा देने वाली गर्मी का अहसास हो रहा है। सूर्य 8 जून तक रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। मान्यता है कि प्रारंभिक 9 दिन सूर्य आग उगलने वाली गर्मी से पृथ्वी को प्रभावित करता है। शनिवार को दोपहर 3.17 बजे से सुर्य ने रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया है। इस दौरान सूर्य बादलों में घिरा देखा गया । करीब दो घंटे से अधिक समय तक सूर्य पर बादल छाए रहे। अपरांह 5.30 बजे उपरांत एक बार फिर से आसमान से आग उगलने वाली गर्मी का ताप शाम तक रहा है।

एक दिन पूर्व की तरह 44 डिग्री रहा तापमान-

शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार शनिवार को न्यूनतम तापमान एक दिन पूर्व की तरह ही 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जबकि शाम को अधिकतम तापमान एक दिन पूर्व की अपेक्षा 0.2डिग्री सेल्सियस कम होकर 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इस दौरान आर्द्रता सुबह 45 एवं शाम को 15 प्रतिशत दर्ज की गई है। शनिवार को सुबह और शाम को हवाओं की गति 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर रही । दिन में गर्म हवाओं के थपेडों से आमजन हलाकान रहा है।

मई अंत तक यही हाल रहेंगे-

मौसम जानकारों के अनुसार मई माह के अंत तक गर्मी की ऐसी ही स्थिति रहने वाली है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिन तक लू का यलो अलर्ट जारी करते हुए इससे बचने की सलाह दी है। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार  4-5 दिन पहले तक एक ट्रफ लाइन तेलंगाना से पूर्वी मध्यप्रदेश तक बनी थी, जो गुजर गई है। ड्राइ वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी गुजर रहा था। इस वजह से उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी गर्म हवाएं प्रदेश के उत्तरी हिस्से को ज्यादा प्रभावित कर रही थीं। इधर राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। इस वजह से इंदौर, उज्जैन संभाग में पश्चिमी हवाएं प्रभावी हैं। इस कारण कुछ जिलों में लू का असर है। ग्वालियर-चंबल के साथ मालवा- निमाड़ में भी भीषण गर्मी है। मई के आखरी तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।