अपनी ही महापौर परिषद में सुनवाई नहीं, अर्धनग्न होकर धरने पर बैठे भाजपा पार्षद

 

इंदौर में कमलेश कालरा ने पानी की समस्या का जताया विरोध

इंदौर। भाजपा की महापौर परिषद और सरकार होने के बावजूद एक भाजपा के पार्षद की ही सुनवाई नहीं हो रही। जनहित में पार्षद को अपनी ही परिषद के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ रहा है। शनिवार को वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा यही आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। स्नेह नगर के बगीचे में बनी नर्मदा जल वितरण टंकी परिसर में पार्षद ने अर्धनग्न होकर करीब तीन घंटे तक धरना दिया।

पार्षद का कहना है कि भीषण गर्मी के बीच क्षेत्र के वार्डों में जल वितरण नहीं किया जा रहा है। जानबूझकर टंकी पूरी नहीं भरी जा रही। बार-बार शिकायत कर रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
नर्मदा टंकी के परिसर में सुबह करीब साढ़े आठ बजे पार्षद ने धरना शुरू कर दिया। कालरा ने कहा कि उनके वार्ड 65 में आठ-दस दिनों से पानी कम दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इसी टंकी से जुड़े वार्ड 62 और 63 में भी यही स्थिति है।

महापौर से लेकर अधिकारियों तक सभी को शिकायत कर दी। एक दिन पानी पर्याप्त दिया इसके बाद फिर व्यवस्था बिगड़ गई। पार्षद के धरने की खबर मिलने के घंटेभर बाद एमआईसी सदस्य मनीष शर्मा मामा मौके पर पहुंचे। थोड़ी देर बाद नर्मदा परियोजना के इंजीनियर संजीव श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी भी पार्षद से चर्चा करने पहुंचे।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ नई टंकिया बन गई है। उन्हें भी भरा जाना होता है। इसके लिए इस टंकी में पानी की कटौती की गई थी। इस पर पार्षद ने कहा कि पहले जैसे पानी मिल रहा था वैसी ही आपूर्ति होना चाहिए। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि आगे जल प्रदाय में कोई कटौती नहीं होगी। आश्वासन पर पार्षद ने धरना खत्म कर दिया।