खस्ता हालत में दौड रही यात्री बसें, नियमों की भी हो रही अनदेखी
सारंगपुर। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों और शहरों के लिए चलने वाली कई यात्री बसें फिटनेस के मानकों को पूरा नहीं करती है। कई बार बसों की स्थिति ऐसी रहती है कि यात्री परेशान होते है, लेकिन इस और न बस मालिकों का ध्यान है और न ही जिम्मेदार अधिकारियों को कोई फर्क पडता है। गौरतलब है कि इंदौर से ग्वालियर, गुना, ब्यावरा, उज्जैन, भोपाल सहित आगर, शुजालपुर, जीरापुर आदि अंचल के सभी क्षेत्रों में कई यात्री बसें नियम कायदों का पालन नहीं कर रही है। कई बसों की फिटनेस को लेकर प्रश्न चिह्न लग रहे हैं। नगर से प्रतिदिन 200 से अधिक बसों का संचालन हो रहा है। इसमें प्रतिदिन सैकडों यात्री सफर करते हैं। ऐसे में बसों की फिटनेस और यात्रियों की सुरक्षा पर चर्चा होना स्वाभाविक है। बडे शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही बसों और अन्य यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग जारी है। बसों के ऊपर भी यात्रियों को बैठाया जा रहा है। हादसे की संभावनाएं बढ रही है। पुलिस चालानी कार्रवाई तो करती है, लेकिन ओवर लोडिंग बंद होने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में सारंगपुर के उदनखेडी क्षेत्र में बडा हादसा हो चुका हैं। इसलिए सख्ती जरूरी है।
हादसे के बाद भी नही जागा प्रशासन
हाल ही में इंदौर से तेज रफ्तार में आ रही यात्री बस के पुलिया से नीचे गिरने से दो यात्रियों की मौत और 40 से अधिक के घायल होने के बाद भी बसें आॅपरेटरों की मनमानी से संचालित हो रही है, अब इस पर सवाल उठने लगे हैं। जिले में भी लंबे समय से नियम कानून को ताक में रख बस यात्रियों को लेकर सडकों पर फरार्टे भर रही है। इससे हमेशा यात्रियों के साथ बडी घटना होने का अंदेशा बना रहता है। ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी परिवहन विभाग या पुलिस प्रशासन को नही है। बल्कि सबकुछ जानकर भी संबंधित अधिकारी बस चालकों पर कार्रवाई करना उचित नहीं समझते।
बस आॅपरेटर किराए में दिखा रहे मनमानी
बस आॅपरेटर यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे बस संचालक इंदौर, उज्जैन, भोपाल, आगर, शुजालपुर, जीरापुर सहित अंचल में चल रही बसों में यात्रियों से मनमाना किराया लिया जा रहा है।
नियमों का पालन भी नहीं कर रहीं बसें
नगर के बस स्टैंड से संचालित होने वाली बसें शासन के नियमों की धज्जियां उडा रही है। बसों में किराया सूची, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, आपातकालीन दरवाजे आदि नदारद है। सुरक्षा साधनों सहित सुविधाओं की कमी यात्रियों को परेशान किए हुए है।
ये होना जरूर
परिवहन विभाग की गाइड लाइन के मुताबिक हर बस का फिटनेस, बीमा होने के साथ ही अंदर अग्निशमन यंत्र, महिलाओं के लिए रिजर्व सीट, चालक परिचालक का वर्दी में होना जरूरी रहता है। बस में हेल्पलाइन नंबर लिखा होने के साथ ही किराया सूची लगी होना जरूरी है। इसके अलावा भी नियमों का पालन करना जरूरी है, लेकिन कई बसों में यह सब देखने नहीं मिलता।