डीएवीवी रिजल्ट घोषित करने के मामले में पिछड़ी, चुनाव बना बाधक, परिणाम नही आने से प्रवेश प्रकिया धीमी
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का रिजल्ट और परीक्षा का ढर्रा बिगड़ता जा रहा है। विवि को जो रिजल्ट अप्रेल में जारी करने थे उनके अब तक कोई पते नहीं है। पीजी के एडमिशन को लेकर विवि दावा कर रहा था कि परीक्षा जल्द करवाकर परिणाम समय से दे देंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
विवि ने मार्च में यूजी फाइनल ईयर की परीक्षा इसलिए शुरू की थी ताकि रीजी में एडमिशन लेने वालों को समय से रिजल्ट मिल सके। इसके लिए तीन वरण में परिणाम जारी करने की बात कही थी। पहले चरण में बीबीए के 3 स्पेशलाइजेशन कोर्स के रिजल्ट 30 अप्रैल तक जारी होने थे और दूसरे चरण में बीकॉम, बीसीए, पत्रकारिता जैसे अन्य पाठ्यक्रम के परिणाम 30 मई तक जारी करने थे।
दूसरे चरण के परिणाम की तिथि में सिर्फ 8 दिन रह गए हैं, लेकिन अभी तक बीबीए के रिजल्ट ही जारी नहीं हुए हैं। करीब एक महीने से विद्यार्थी रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं ताकि पीजी में एडमिशन ले सकें। हालांकि विद्यार्थी अभी प्रोविजलन एडमिशन ले सकते हैं।
इधर, पीजी में एडमिशन के लिए पहले चरण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द दूसरा चरण शुरू होगा, लेकिन तब तक भी रिजल्ट जारी होने की उम्मीद नहीं है। डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. रचना ठाकुर का कहना है, इस हफ्ते में पहले चरण के रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। लोकसभा चुनाव से कर्मचारियों के आने के बाद तेजी से काम शुरू कर दिया है।
बीबीए-बीसीए वालों का अधर में भविष्य —
इंदौर डीएवीवी के तहत बीबीए और बीसीए के विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने एक मॉडल पाठ्यक्रम की घोषणा की है, जिसमें एनुअल से सेमेस्टर में बदलाव की जरूरत है। वर्तमान में डीएवीवी इन पाठ्यक्रमों को एनुअल प्रणाली के तहत प्रशासित करता है, जिससे 85 से अधिक संबद्ध कॉलेजों में नामांकित 11 हजार से अधिक छात्र प्रभावित होते हैं।
नए मॉडल पाठ्यक्रम को एमबीए कार्यक्रमों की संरचना के समान, कार्यान्वयन के लिए सेमेस्टर प्रणाली के अनुसार डिजाइन किया है। छात्र और शिक्षक असमंजस में हैं, क्योंकि आगामी सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कई छात्र सामने आने वाली परीक्षा प्रणाली के संबंध में स्पष्टता की कमी के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
डीएवीवी ने उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा है और राज्य सरकार से परामर्श करने की योजना बनाई है। डीएवीवी के रजिस्ट्रार डॉ. अजय वर्मा ने कहा, विवि राज्य सरकार के दायरे में है और सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करेंगे। पहले चरण के रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। लोकसभा चुनाव से कर्मचारियों के आने के बाद तेजी से काम शुरू कर दिया है।