युवाओं से बोले दिग्गी- गुस्से में व्यक्ति दिमाग का संतुलन खो देता है और खुद ही गुस्सा कर बैठे
ब्रह्मास्त्र इंदौर। यूं तो नेताओं की कथनी और करनी में अंतर सभी जानते हैं, लेकिन अपनी बात पर थोड़ी ही देर में पलटने वाले नेता का उदाहरण भी देखने को मिला, जब पूर्व मुख्यमंत्री यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में युवाओं को गुस्सा नहीं करने की नसीहत दे रहे थे, लेकिन चंद मिनटों बाद ही वे एक कार्यकर्ता पर गुस्सा कर बैठे। दिग्विजयसिंह जब भाषण दे रहे थे तो उन्होंने युवाओं से गुस्सा नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा कि गुस्से से व्यक्ति अपने दिमाग़ का संतुलन खो देता है। इसलिए गुस्सा मत करो, लेकिन दिग्विजयसिंह अपने ही इस उपदेश पर थोड़ी देर भी कायम नहीं रह पाए। उन्होंने वहां मास्क ले रहे एक कार्यकर्ता को डपट दिया और कहा कि भाई बाद में मास्क ले लेना। वे यहीं नहीं रुके और कहा कि ऐसा कर मास्क बाहर जाकर ले ले और बाहर ही रहना तू अब। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि चलो बाहर निकालो इसको। यह सुनकर दूसरे कार्यकर्ता आश्चर्यचकित रह गए और एक-दूसरे का मुंह देखने लगे।