जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान नर्सों ने गर्भवती का गलत जगह से काटा गुप्तांग
शाजापुर। चार दिनों की चांदनी और फिर अंधेरी रात…। यह कहावत शाजापुर जिला अस्पताल की महिला चिकित्सकों की कार्यशैली पर सटीक बैठती नजर आ रही है। यही कारण है कि शुरूआती दौर में बेहतर काम करने वाली जिला अस्पताल की महिला डॉक्टर अब गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल में परामर्श और उपचार देने की बजाय अपनी निजी क्लीनिक की दुकानदारी पर परामर्श देने पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। साथ ही अस्पताल में पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रसव स्टॉफ नर्सांे के जिम्मे किया हुआ जिसकी वजह से गर्र्भवती महिलाओं की जान पर मुसीबत बनी हुई है। जिला अस्पताल की स्टॉफ नर्स और महिला डॉक्टर की लापरवाही से एक प्रसूता की जान पर बन आई जब प्रसव के बाद गुप्तांग को गलत जगह से काट कर पीड़िता को इंदौर रैफर कर दिया गया। अस्पताल की स्टॉफ नर्स और डॉक्टर की लापरवाही पर पीड़िता के पति ने सिविल सर्र्जन को लिखित आवेदन देकर शिकायत कर कार्रवार्ई किए जाने की मांग की है।
सोमवार को महूपुरा निवासी सोहेल खां पिता नासीर खां जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एमके जोशी के पास पहुंचा और शिकायती आवेदन देकर बताया कि उसकी पत्नी सोना बी का गर्भवती होने पर इलाज जिला अस्पताल की डॉक्टर लक्ष्मी जायसवाल से 8 मई 2024 तक निजी क्लीनिक पर कराया था। सोना बी को प्रसव पीड़ा होने पर डॉ लक्ष्मी जायसवाल के द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराने का कहा गया था जिस पर दिनांक 10 मई 2024 को जिला चिकित्सालय शाजापुर में प्रसव हेतु सोना बी को भर्ती किया गया, जहां दोपहर करीब 2 बजकर 50 मिनट पर सोना बी को सामान्य प्रसव में पुत्र का जन्म हुआ। इस दौरान प्रसव के समय सोना बी के गुप्तांग को मौजूद स्टॉफ नर्सों के द्वारा अन्दर से गलत जगह से काट दिया गया। सोहेल ने बताया कि जिसको लेकर उसके द्वारा डॉक्टर लक्ष्मी जायसवाल को फोन पर सूचना दी गई थी, लेकिन डॉ लक्ष्मी जायसवाल ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और सहयोगी स्टॉफ नर्सों का पक्ष लेते हुए उनकी लापरवाही को छिपाने का प्रयास किया। इसके बाद सोना बी को गुप्तांग में पीड़ा होने के बावजूद 12 मई 2024 को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। सोना बी के गुप्तांग को गलत तरीके से स्टॉफ नर्सों के द्वारा काटे जाने से उसके गुप्तांग में जलन, दर्द बहुत अधिक होने लगा और सोना बी के साथ मल और मूत्र एक ही स्थान से त्यागने की समस्या हो गई। सोहेल ने बताया कि पीड़ा बढ?े पर वह पत्नी सोना बी को पुन: 15 मई 2024 को जिला चिकित्सालय शाजापुर में इलाज हेतु लेकर गया और सोना बी को भर्ती कराना चाहा, परंतु मौजूद डॉक्टर लक्ष्मी जायसवाल ने गंभीर समस्या बताते हुए सोना बी को भर्ती करने की बजाय इन्दौर रैफर कर दिया, जिसके बाद सोना बी का एमवॉय एमटीएच हॉस्पिटल इन्दौर में आॅपरेशन कराना पड़ा। सोहेल खां ने शाजापुर जिला अस्पताल में स्टॉफ नर्स एवं डॉक्टर लक्ष्मी जायसवाल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्र्रवाई किए जाने तथा क्षतिपूर्ति राशि दिलाए जाने की मांग की है। साथ ही आवेदन में चेतावनी दी है कि यदि मामले में न्याय संगत कार्रवाई नही की गई तो संबंधित डॉक्टर और नर्सों के विरूद्ध न्यायालय में वाद दायर कराया जाएगा।