जनसुनवाई नहीं होने से चुनाव के एप पर शिकायतों का लगा अंबार

 

सड़कों के निर्माण, स्कूल की मान्यता, गली-मोहल्ले के झगड़े की शिकायतें भी मिली

इंदौर । मध्य प्रदेश में भले ही चुनाव संपन्न हो चुके हैं लेकिन आचार संहिता 5 जून तक लागू होने के चलते शिकायतों का दौर अभी भी चल रहा है जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम पर मतदान होने तक सी विजिल एप और लिखित शिकायतों का आंकड़ा 344 तक पहुंच है। जिसमें 70 फीसदी शिकायत है ऐसी हैं जिनका निर्वाचन से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है इसके बावजूद भी लगातार लोग आचार संहिता उल्लंघन के नाम पर ऐसी शिकायतें कर रहे हैं।
यह सिलसिला अभी तक क्षमता नहीं है क्योंकि 5 जून तक आचार संहिता लागू है और जनसुनवाई उसके बाद चालू होगी यही कारण है कि लोगों ने निर्वाचन से अलग शिकायतों के लिए भी आयोग के मंच को जरिया बना रखा है।

 

ऐसी स्थिति में शिकायत कर्ता अब शहर की सड़कों को भी नहीं छोड़ रहें है, उन्होंने मास्टर प्लान की सड़क आरई 2 तक की शिकायत कर दी है। इसके अलावा किसी स्कूल को मान्यता देने पड़ोसी के के अतिक्रमण जैसे शिकायत भी कर दी है।
निर्वाचन संबंधी शिकायतों के नोडल अधिकारी रामनिवास बुधौलिया ने बताया कि 2024 के निर्वाचन के दौरान मिली जिसमें 127 शिकायत है लिखित रूप से की गई थी और 217 से विजय पर प्राप्त हुई थी।

लिखित शिकायत ऑन का निराकरण संबंधित विभागों द्वारा किया जाता है एवं निर्वाचन से संबंधित शिकायत जिला निर्वाचन कार्यालय के द्वारा होता है इन शिकायतों में से 14 शिकायतें 113 शिकायतों का निराकरण कर दिया गया है।
साथ ही सी विजिल एप पर मिली शिकायतों का निराकरण किया जा चुकी है, क्योंकि आयोग के निर्देश अनुसार इन्हें 1 घंटे में हल करना होता है।

नोडल अधिकारी बुधौलिया के अनुसार लोकसभा निर्वाचन 2024 के दौरान 70 फीसदी शिकायतें ऐसे मिली है जिनका निर्वाचन से कोई लेना-देना नहीं है। अब लोगों ने भूरी टेकरी के पास बन रही आरई-2 सड़क के निर्माण की शिकायत करते हुए कहा सड़क का निर्माण घटिया है, इसको बना का आचार संहिता का उल्लंघन किया है। वही अपने पड़ोसियों के यहां अतिक्रमण की शिकायतें की है।
साथ ही स्कूल को मान्यता देने पर सवाल उठाए हैं। यहीं नहीं घरों पर लगे भगवा ध्वज को लेकर भी शिकायत की गई है। गली मोहल्ले में हुए सड़क सुधार को भी लोगों ने नहीं छोड़ा इसकी भी शिकायत कर डाली। सभी शिकायतों को संबंधित विभाग के पास निराकरण के लिए भेज दिया गया है।