छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु से भस्मारती अनुमति के 2 हजार रुपए ले लिए, कर्मचारी को हटाया – महाकालम मंदिर में लगातार दूसरे दिन दर्शन के नाम पर रुपए मांगने की घटना सामने आई
दैनिक अवंतिका उज्जैन। महाकाल मंदिर में लगातार दूसरे दिन रुपए लेकर दर्शन कराने का मामला सामने आया है। इस बार भस्मारती के नाम पर फिर श्रद्धालु से 2 हजार रुपए मांग लिए गए।
छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु ने मंदिर के एक आउट सोर्स कर्मचारी की भस्मारती में प्रवेश के नाम पर 2000 रुपए लेने की शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद कर्मचारी को पकड़ा गया। मंदिर समिति के कर्मचारियों ने श्रद्धालु को गेट पर ही बिना परमिशन के अंदर जाते हुए रोक लिया था। मंदिर प्रशासक मृणाल मीना ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए उक्त आउट सोर्स कर्मचारी को नौकरी से बाहर कर दिया है।
यह पूरा मामला कैसे श्रद्धालु
से मिले और रुपए मांगे
– छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु तड़के 4 बजे भस्मारती के लिए उज्जैन पंहुचे थे।
– शाम 7 सात बजे उसने मानसरोवर में 250 रुपए के काउंटर पर मंदिर का आउट सोर्स कर्मचारी ईश्वर पटेल मिला।
– श्रद्धालु ने पूछताछ की तो पटेल ने 2000 रुपए में भस्मारती में प्रवेश दिलाने का उन्हें भरोसा दिलाया।
– पटेल ने श्रद्धालु से रुपए भी पेटीएम से ऑनलाइन ले लिए।
– श्रद्धालु जब रात में मंदिर पहुंचा तो उसे गेट पर कर्मचारी ने बिना परमिशन के रोक दिया।
– बाद में भस्मारती प्रभारी उमेश पंड्या और मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को शिकायत की गई।
– प्रशासक मीणा ने कम्पनी को पटेल को तत्काल नौकरी से हटाने के आदेश जारी किए।
मंदिर प्रशासन जांच करें तो
रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है
मंदिर में आए दिन रुपए लेकर दर्शन कराने की शिकायतें मिलती है लेकिन मंदिर प्रशासन इन मामलों में कभी कड़ी कार्रवाई नहीं करता है। इसके परिणाम स्वरूप मंदिर से जुड़े लोग रुपए लेने की हिम्मत कर लेते हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर चाहे तो इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे सकते हैं। यदि इसकी जांच हो तो एक पूरा रैकेट का ही पर्दाफाश हो सकता है।