प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मिश्र ने उपजेल सोनकच्छ एवं उपजेल कन्नौद का औचक निरीक्षण किया
देवास। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली (नालसा) के कार्यपालक अध्यक्ष द्वारा जिले में स्थापित समस्त जेलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट चाही गई है, जिसके पालन में मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर (सालसा) के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास श्री मधुसूदन मिश्र के द्वारा उपजेल सोनकच्छ एवं उपजेल कन्नौद का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय सुश्री सरिता वाधवानी, जिला न्यायाधीश सोनकच्छ श्री राकेश जमरा, प्रथम जिला न्यायाधीश कन्नौद श्री डी.एस. मंडलोई, द्वितीय जिला न्यायाधीश कन्नौद श्री अमित निगम, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती अभिलाषा एन. मवार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. रविकांत सोलंकी एवं व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड श्रीमती मीना शाह, व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड सुश्री नंदिनी उईके, व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड श्रीमती सोनाली शर्मा, व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड श्री कुंदन कछवाहे एवं व्यवहार न्यायाधीश श्री सरफराज खान उपस्थित थे।
जेल निरीक्षण के दौरान प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्री मधुसूदन मिश्र ने प्रत्येक बैरक में जाकर बंदियों को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया तथा जेलबंदियों से जेल प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं जैसे-भोजन, पेयजल, वस्त्र, मनोरंजन के साधन एवं साफ-सफाई के बारे में चर्चा की। इसके अतिरिक्त जेलबंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता के माध्यम से अधिवक्ता उपलब्ध कराने की जानकारी भी दी। जेल परिसर में स्थित खाद्यान्न कक्ष का भी निरीक्षण किया जिसमें रखी हुई खाद्यान्न जैसे-दाल, आटा, मसाले व अन्य खाद्य पदार्थों का अवलोकन किया।
प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्री मिश्र द्वारा जेल प्रशासन को जेल में स्थापित शौचालय, स्नानागार, जेल परिसर एवं बैरक की नियमित रूप से साफ-सफाई करने एवं जेल में निरूद्ध जेल बंदियों को दिये जा रहे भोजन की गुणवत्ता में सुधार करने तथा ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जेल निरीक्षण के दौरान बंदियों ने अपनी समस्याएं प्रधान जिला न्यायाधीश महोदय को बताई जिसका उचित निराकरण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।