डीएवीवी के शासकीय क्वार्टर में दामादों और रिश्तेदारों का कब्जा
बीएलओ ने फोड़ा भांडा , 25 परिवार किराए पर
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के शासकीय क्वार्टर में बाहर के लोगों को बसा दिया गया है। इस बात का खुलासा लोकसभा चुनाव में नाम जोड़ने और काटने वाले बीएलओ ने किया।
विश्वविद्यालय के ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने दामाद ,रिश्तेदार व अन्य लोगों को यह शासकीय क्वार्टर किराए से दे डाले। इस पूरे मामले में कुलपति रेणु जैन जानबुजकर अज्ञानी बनती हुई नजर आ रही है।
बीएलओ ने जब इन शासकीय क्वार्टर में जाकर वोटर पर्ची का परीक्षण किया और पाते को मिलान किया तो चोकाने वाली जानकारी सामने आई।
शासकीय क्वार्टर में लगभग 25 लोग फर्जी निकले ,जिनका पता इन क्वार्टरों से मैच खाता ही नहीं था। मौके पर मेरे लोगों ने इस बात को भी कब बोला कि वह यहां पर स्थाई रूप से नहीं रहते हैं। जब इन्हीं लोगों का नाम अन्य जगह मैच किया गया तो उनका स्थाई प्रताप शहर के अन्य इलाकों में निकला।
कुल मिलाकर यहां साफ है कि जिस तरह से डीएवीवी के शासकीय क्वार्टर में गोलमाल चल रहा है इसका खामियाजा भविष्य में विश्वविद्यालय प्रबंधन को भोगना पड़ेगा। कुलपति रेणु जैन के पास इस बात की जानकारी पूर्व से ही है,परंतु इस मामले में सालो से केवल लीपापोती ही हो रही है।
वर्जन —
हमने पूर्व में कुछ नोटिस जारी किए थे, अभी वर्तमान में क्या स्थिति है। इसकी जानकारी मुझे नही है।।
रेणु जैन , कुलपति , डीएवीवी