नदी तट योजना हो रही लंबित, शिवाजी मार्केट की 114 दुकानों का नहीं मिल रहा रिकॉर्ड
इंदौर। निगम मुख्यालय के सामने शिवाजी मार्केट की 114 दुकानों का रिकॉर्ड नहीं मिलने से नदी तट योजना लंबित होती जा रही है। नदी तट को आकर्षक बनाने का प्रयास एक तरह से सफल होता जा रहा है। दुकानों का रिकॉर्ड बराबर नहीं मिलने के कारण परेशानी बनी हुई है।
बताया जाता है कि नदी तट योजना के अंतर्गत 114 दुकानों को यहां से हटाकर नंदलालपुरा स्थित मार्केट में शिफ्ट करना था और यहां पर नदी के आसपास के इलाके को आकर्षक बनाने के पहले ही तैयारी हो जाने के बावजूद दुकानों का रिकॉर्ड बराबर नहीं मिलने से
परेशानी बनी हुई है।
दुकानों की खरीदी बिक्री को निगम जायज नहीं मानता है और निगम के ही एक अधिकारी की गलती का खामियांजा आज सैकड़ो दुकानदार भुगत रहे हैं क्योंकि नामांतरण पर रोक लगी हुई है। शासन की ओर से मार्गदर्शन नगर निगम ने मांगा था, लेकिन अनोखा मार्गदर्शन मिलने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके कारण शिवाजी मार्केट की 114 दुकानों को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।
इस पूरे मार्केट में भी यही स्थिति है ,जिसमें दुकानदारों के आपस में ही खरीदी बिक्री हो चुकी है जो निगम की ओर से नियमों के विपरीत अब मान जा रहा है लेकिन बीते कई वर्षों से यही होता आया है।
यही कारण है कि अभी तक 114 दुकानों की शिफ्टिंग को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है और प्रोजेक्ट लंबित होता जा रहा है। इसी बीच विधिक राय भी ली गई है लेकिन उपयुक्त की नियुक्ति नहीं होने के कारण लगातार परेशानी बनी हुई है सैकड़ो दुकानदार निगम के चक्कर लगाने पर मजबूर है।
राजस्व अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने बताया कि दुकानदारों ने खरीदी बिक्री की है जिसमें रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। शासन की ओर से मार्गदर्शन मिलने के बाद अभी हम लोग विधिक राय ले रहे हैं। विधि विभाग में हमने मामला भेजा है, यहां से स्पष्ट सलाह मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई हो सकती है।