राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुभव के आधार पर बनी है, सशिमं प्रेरणा के केंद्र बनेंगे पहले गुरुकुल

तराना। आचार्य सामान्य शिक्षण वर्ग के समापन पर ग्राम भारती प्रादेशिक सचिव सौभागसिंह ठाकुर ने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुभव के आधार पर बनी है,सशिमं प्रेरणा के केंद्र बनेंगे पहले गुरुकुल पद्धति से गुरुकुल चलते थे अताताई आए आक्रमण किये और हमारी गुरुकुल व्यवस्था को नष्ट किया। अंग्रेज आए मैकाले आया 1986 में 10 + 2 प्रणाली आई। शिक्षा नीति आने से बड़ा परिवर्तन नहीं होता है। पहले नीतियां वातानुकूल कक्षो में बैठकर बनाई जाती थी। 29 जुलाई 2020 राष्ट्रीय शिक्षा नीति सबके अनुभव के आधार पर बनी है। हम जैसा चाह रहे थे, वैसी शिक्षा नीति बनी है। हम जैसा चाहेंगे वैसा भारत का भविष्य होगा। और हमारे गुरुजन विद्यालय के कक्षो में नई पीढ़ी का निर्माण करेंगे तब जाकर भारत पुन: विश्व गुरु बनेगा। हमारा साधारण सा दिखने वाला आचार्य, असाधारण है। सरस्वती शिशु मंदिर प्रेरणा के केंद्र बनेंगे। हम अंग्रेजी अच्छी से अच्छी पढ़ाएंगे लेकिन माध्यम हिंदी रखेंगे।
यह बात मुख्य अतिथि ग्राम भारती प्रादेशिक सचिव सौभागसिंह ठाकुर ने सरस्वती शिशु मंदिर तराना में 16 से 31 में तक आयोजित 15 दिवसीय विद्या भारती ग्रामीण शिक्षा मालवा प्रांत के आचार्य सामान्य शिक्षण वर्ग के समापन अवसर पर कही।
ग्रामीण शिक्षा मालवा प्रांत प्रमुख त्रिलोक तिरोले ने भी संबोधित किया ।कार्यक्रम समाजसेवी जगदीश काका राठी की अध्यक्षता एवं जिला पर्यावरण प्रमुख शैलेंद्र जैन , वर्ग संयोजक महेंद्रसिंह मंडलोई के विशेष आतिथ्य में संपन्न हुआ। अतिथियों द्वारा तुलसी, सरस्वती एवं ग्रंथ पूजन पश्चात सरस्वती वंदना संगीत आचार्य ने की।अतिथि परिचय वर्ग मुख्य शिक्षक बलराम सोलंकी ने एवं अन्य परिचय उज्जैन जिला प्रमुख हुकमसिंह गौड़ ने कराया। स्वागत भास्कर पाटीदार, विजय , मनीष शर्मा , दीपक बैरागी ने किया।दीदीयो ने स्वागत गीत एवं स्वागत नृत्य की प्रस्तुत दी। कार्यक्रम में अतिथियो ने आईसीटी महेश विश्वकर्मा एवं पत्रकार सतीश जायसवाल , पत्रकार शिवनारायण चांदना का तिलक लगाकर श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।हस्तलिखित पत्रिका एवं समाचार दर्पण का विमोचन अतिथियों एवं वर्ग बौद्धिक प्रमुख हेमराज पाटीदार ,वर्ग शिक्षण प्रमुख चुपकेश्वर दुबे ने किया।व्रत का वाचन वर्ग संयोजक मंडलोई ने एवं वर्ग की प्रकटभूमिका प्रांत प्रमुख तिरोले ने रखी। कार्यक्रम में शिक्षार्थियों द्वारा शारीरिक, मुख्य शिक्षक बलराम सोलंकी, सूर्य नमस्कार व आसन, संतोष मेवाड़ा के मार्गदर्शन में किया शिक्षार्थियों ने परंपरागत खेल गिल्ली डंडा कच्चा चक्का, कौशल विकास मेहंदी आर्ट एंड क्राफ्ट शैक्षणिक प्रस्तुतीकरण हिंदी अंग्रेजी संस्कृत गणित विज्ञान सामाजिक विज्ञान के द्वारा बनाई गई शिक्षण सामग्री का प्रदर्शन कर उपस्थित अतिथि एवं महानुभावों को मंत्र मुग्ध कर दिया। गणित प्रयोग रितेश पटेल, विज्ञान प्रयोग नंदकिशोर अंग्रेजी संवाद सुनील राठौर, दीपक राठौड़ ने किया।दीदीयो ने शिशु वाटिका एवं राजस्थानी मटका नृत्य की प्रस्तुति दी। सामूहिक गीत पश्चात शिक्षार्थी सुनील राठौर व श्रीमती उर्मिला पालीवाल ने वर्ग अनुभव कथन सुनाएं। प्रमाण पत्र का वितरण ज्ञानेंद्र जादौन देवेंद्र सेंधव,एवं प्रवर में आये शिक्षार्थी के नामों की घोषणा बौद्धिक प्रमुख ने हेमराज पाटीदार ने की। अमृत वचन मनीष शर्मा एकल गीत ओमप्रकाश शर्मा ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से विद्या भारती के 5000 कार्यकतार्ओं ने देखा। कार्यक्रम का संचालन अर्जुन पाटीदार ने किया।आभार उज्जैन ग्राम भारती शिक्षा समिति सचिव कैलाश बेड़ा ने माना।उक्त जानकारी विद्यालय के प्राचार्य चंद्रशेखर शर्मा द्वारा दी गयी।