महू गांव नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका का पद 1 साल से खाली : फायदा उठाकर अवैध निर्माण जोर-शोर से जारी
ब्रह्मास्त्र इंदौर। इंदौर जिले की सबसे बड़ी एवं सबसे महत्वपूर्ण शहरी नगर परिषद महू गांव में मुख्य नगरपालिका अधिकारी का पद पिछले 1 साल से अधिक समय से खाली पड़ा है। इस कारण शासन की अनेक योजनाएं धीमी गति से चल रही है या रुकी सी पड़ी हैं। वर्तमान में नगर परिषद महू गांव के अकाउंटेंट दिलीप श्रीवास्तव को ही सीएमओ का प्रभार दिया गया है। जानकारी के अनुसार अकाउंटेंट दिलीप श्रीवास्तव अपने ऑफिस में ही व्यस्त रहते हैं। अब यह अतिरिक्त प्रभार के कारण उन्हें अकाउंट का महत्वपूर्ण कार्य रोक कर सीएमओ का कार्य भी देखना पड़ता है। कई बार इंदौर, भोपाल मीटिंग में भी जाना पड़ता है। इस कारण मुख्य नगर पालिका कार्यालय कई बार बिना सीएमओ के ही संचालित होता रहता है। ऐसे में जनता जब मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिलने महू गांव नगर पंचायत कार्यालय में अपनी समस्या लेकर आती है तो उन्हें न तो मुख्य नगरपालिका अधिकारी मिलते हैं न ही प्रभारी नगर पालिका अधिकारी। मुख्य नगरपालिका अधिकारी की पदस्थापना नहीं होने से शासन की अनेक योजनाएं जनता तक बहुत धीमी गति से पहुंच रही हैं। नगर पंचायत क्षेत्र में अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है। नगर पंचायत क्षेत्र की कुल जनसंख्या 45000 के करीब है। महू गांव नगर परिषद का सालाना बजट 12 करोड़ रुपए वार्षिक है। वहीं महू तहसील का नया भवन जो कि 28 करोड़ की लागत से बना है वह भी महू गांव नगर पंचायत क्षेत्र में आता है। नागरिकों का कहना है कि इतनी महत्वपूर्ण महू गांव नगर पंचायत होने के बाद भी शासन द्वारा अभी तक सीएमओ की पदस्थापना 1 साल से नहीं नहीं की गई है। उसके पीछे क्या कारण है। नागरिकों ने शासन से मांग की है कि अति शीघ्र महू गांव नगर परिषद में स्थाई सीएमओ की पदस्थापना की जाए। सैकड़ों की संख्या में कालोनियां एवं टाउनशिप आ रही है एवं चारों तरफ विकास हो रहा है। नागरिकों ने मांग की है कि सरकार को तत्काल स्थाई सीएमओ महू गांव नगर परिषद में भेजना चाहिए।