पुलिस मकान तोड़ रही थी, युवा ब्रिज पर बांध रहे थे तार
उज्जैन। चायना डोर के कारोबार पर प्रतिबंध लगाने में नाकाम रही पुलिस रविवार को सब कुछ खत्म होने के बाद डोर बेचने वालों के मकान तोडऩे निकल पड़ी। वहीं लोग घायल होते रहे। इस बीच सर्वधर्म मददगार सोसायटी के कुछ युवा जीरो पाइंट ब्रिज पहुंचे और तार बांधकर हादसों को रोकने का कदम उठाया। शनिवार को जीरो पाइंट ब्रिज पर चायना डोर से 11 वीं की छात्रा नेहा आंजना की गला कटने से हुई मौत के बाद पुलिस दिखावे के लिये मैदान में आ गई। चंद डोर की चकरी के साथ पकड़ाये लोगों के मकानों को तोड़ा जाने लगा। लेकिन जीरो पाइंट पर होने वाले हादसों को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, इस बीच सामाजिक संस्था सर्वधर्म मददगार सासोयटी के कुछ युवा ब्रिज पर पहुंचे और वहां लगे बिजली के पोल से ऊंचाई पर तार बांधे, ताकि पंतगबाजों तक पहुंच चुकी चायना डोर से आगे कोई हादसा ना हो। बताया जा रहा था कि कुछ वर्ष पूर्व हरिफाटक ब्रिज पर भी चायना डोर से कई लोग घायल हुये थे, उस दौरान भी सोसायटी के युवाओं ने अपने खर्च से ब्रिज के आसपास तार बांधकर हादसों को रोकने का प्रयास किया था। इस बार हरिफाटक ब्रिज पर कोई बढ़ा हादसा होना सामने नहीं आया है। पूर्व में हरिफाटक ब्रिज पर चायना डोर का कहर सबसे ज्यादा सामने आ चुका है। विदित हो कि प्रतिबंध लगने के बाद चायना डोर जमकर बिकी थी, जो पंतगबाजों तक बड़ी संख्या में पहुंच चुकी है, रविवार को भी जमकर पंतगबाजी उसी घातक डोर के साथ की गई।