सुहागिन महिलाओं ने व्रत रखकर वट सावित्री की पूजा अर्चना की
महिदपुर। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की वट सावित्री अमावस्या पर खेड़ापति हनुमान मंदिर परिसर पर स्थित वट वृक्ष की वट सावित्री व्रत कर सुहागिन महिलाओ ने गुरुवार को बांस के पंखे पर पकवान आदि रखकर सावित्री एवं सत्यवान की कथा सुनी वट वृक्ष के पेड़ पर कच्चा धागा लपेटकर पूजा अर्चना की एवं तीन या पांच बार परिक्रमा की गई , कथा प. बंटी बैरागी के द्वारा सुनाई गई ऐसी मान्यता है कि वटवृक्ष की जड़ों में ब्रह्मा, तने में भगवान विष्णु, एवं डालियों में त्रिनेशधारी शिव का निवास होता है इसलिए इस वृक्ष की पूजा से सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती है स्त्रियां अचल सुहाग की प्राप्ति के लिए इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा करती है वट सावित्री पर्व को मान्यता है कि वट वृक्ष की पूजा करने से लंबी आयु, सुख समृद्धि ,अखंड सौभाग्य का फल प्राप्त होता है यह व्रत स्त्रियों के लिए सौभाग्यवर्धक, पाप हारक, दु.ख.प्रणासक ओर धन धान्य प्रदान करने वाला होता है ,अग्नि पुराण के अनुसार बरगद उत्सर्जन को दशार्ता है कि इस लिए संतान प्राप्ति के लिए इच्छुक महिलाएं भी इस व्रत को करती हैं, बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओ ने जाकर पूजा अर्चना की