उज्जैन की शिप्रा नदी में सफाई के लिए ब्रश लेकर उतरे कलेक्टर
– खुद खड़े रहकर घाटों की सफाई भी करवाई, सहयोग के लिए निगम आयुक्त और महापौर भी पहुंच गए
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
शिप्रा में जम रही हरि काई से लोग फिसलकर घायल हो रहे थे। इसे लेकर दैनिक अवंतिका लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा था। प्रशासन ने आखिरकार शिप्रा की सुध लेना उचित समझा। शनिवार को उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे और रामघाट पर शिप्रा की सफाई के लिए खुद ब्रश लेकर पानी में उतरे।
कलेक्टर ने घाट की सफाई भी खुद खड़े रहकर शुरू करवाई। संयोग से शिप्रा की स्वच्छता के लिए शनिवार से उज्जैन में नमामि गंगे अभियान की भी शुरुआत हुई जिसमें 15 जून तक जल संरचनाओं के संरक्षण और पुनर्जीवन हेतु प्रशासन के लोग जनप्रतनिधियों एवं सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर विशेष सफाई अभियान चलाएंगे। सुबह शिप्रा के घाट पर आयोजित सफाई में सहयोग के लिए कलेक्टर के साथ उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल व निगम आयुक्त आशीष पाठक भी पहुंचे। सुबह 7:30 बजे से सफाई शुरू की गई।
शिप्रा के घाटों पर लोग फिसल
रहे थे, सीढ़ियों पर जमा काई हटाई
शिप्रा के के घाटों पर हरि काई जमने से आए दिन लोग फिसल कर घायल हो रहे थे। त्योहार के दौरान नहान आदि के लिए पहुंचे श्रद्धालु इससे ज्यादा परेशान हुए। लोगों की शिकायत पर समाचार पत्रों में लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही थी। इसके बाद कलेक्टर ने संज्ञान लिया और खुद घाट पर व्यवस्था देखने पहुंचे और ब्रश लेकर सीढ़ियों की घिसाई की। इसके बाद पानी से घाट धोए गए।
सफाई के दौरान लोगों को शिप्रा को
स्वच्छ बनाए रखने की शपथ दिलाई
कलेक्टर व महापौर ने सफाई करने के बाद वहां मौजूद आम लोगों को शिप्रा को स्वच्छ बनाए रखने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान घाट पर पूजन कराने वाले पंडे-पुजारी गण भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
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