शिप्रा शुद्धिकरण: नूरी खान का जल सत्याग्रह शुरू

कांग्रेस नेत्री शिप्रा नदी में उतरी, कहा- जब तक मंत्री मोहन यादव या कलेक्टर ठोस उपाय नहीं बता देते तब तक चलेगा आंदोलन

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान ने राम घाट पर अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। वह जल सत्याग्रह कर रही हैं। नूरी खान 4 फीट गहरे पानी में उतर चुकी हैं, जबकि सीढ़ियों पर अन्य महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए बैठी हैं। इन तख्तियों पर लिखा हुआ है कि खान डायवर्सन शिप्रा शुद्धिकरण 100 करोड़ का हिसाब दो, जिस नदी में अमृत गिरा उस नदी को नाले में क्यों मिलाया जा रहा है, संतों की भी नहीं सुनी आखिर सरकार क्या चाह रही है, आदि कई बातें लिखी हुई हैं। नूरी ने कहा वो ये आन्दोलन संतों के समर्थन में कर रही हैं। कांग्रेस नेत्री नूरी गुरुवार सुबह 10 बजे अपनी कुछ महिला साथियों के साथ शिप्रा नदी के रामघाट पर पहुची और जल सत्याग्रह शुरू किया। नूरी ने बताया कि जब तक कि उज्जैन कलेक्टर या मंत्री मोहन यादव खुद आकर शिप्रा नदी को स्वच्छ और निर्मल करने सहित 16 गंदे नालों और कान्ह नदी का पानी शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के ठोस उपाय नहीं बता देते आन्दोलन जारी रखेंगी।

पहले भी कर चुकी है शिप्रा के लिए प्रदर्शन

शिप्रा नदी के शुद्धिकरण के मसले को नूरी खान पहले भी उठा चुकी हैं। फरवरी 2017 में नूरी ने शिप्रा नदी में मंच बनाकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद 2018 में मंच से हड़ताल और 2019 में 72 घंटे की भूख हड़ताल कर शिप्रा नदी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर चुकी हैं।

संतो ने भी दी है जल समाधि की चेतावनी

शिप्रा शुद्धि करण को लेकर संतों ने कहा है कि जल्द ही मांग नहीं मानी गयी तो बड़ा आंदोलन करेंगे और शिप्रा नदी में जल समाधि करेंगे।