नीट एग्जाम 2024 : नीट में धांधली के आरोपों पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, परीक्षा पास करने वाले स्टूडेंट्स का क्या होगा?
ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली
नीट यूजी 2024 को लेकर बड़ी खबर है। सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। हालांकि अदालत ने माना कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है। इस मामले में शीर्ष अदालत ने नेशनल टेस्टिंग को नोटिस जारी किया है। अदालत ने कहा कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है, हमें पेपर लीक होने के आरोपों पर एनटीए से जवाब चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए इस याचिका को दूसरी याचिकाओं के साथ जोड़ दिया। मामले पर अगली सुनवाई अब आठ जुलाई को होगी।
सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका शिवांगी मिश्रा व नौ अन्य लोगों ने नीट यूजी रिजल्ट जारी होने से पहले एक जून को दायर किया था। इस पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की वैकेशन बेंच कर रही थी। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एहसानुद्दीन अमनुल्लाह इस विकेशन ब्रांच का हिस्सा हैं।
आरोपों में घिरी नीट यूजी परीक्षा
नीट यूजी 2024 का रिजल्ट अचानक पांच जून को जारी कर दिया गया था। इसके बाद से ही एनटीए पर आरोपों की झड़ी लगी है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट कई हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं। नीट यूजी परीक्षा की सुचिता को लेकर कई सवाल हैं। सबसे पहले तो पेपर लीक होने की आशंका जताई गई। फिर रिजल्ट आया तो करीब 1500 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया। अब परीक्षा में स्कैम होने की जांच को लेकर छात्र देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं।
ओएमआर में नंबर कुछ, रिजल्ट में कुछ और
कई स्टूडेंट्स ने ओएमआर शीट में अलग नंबर और रिजल्ट में अलग नंबर होने की भी बात की है। दिल्ली के ही एक स्टूडेंट कहते हैं, मेरा नीट रिजल्ट में ओएमआर शीट के हिसाब से 610 नंबर हैं। मगर जो रिजल्ट मिला है, उसमें 600 हैं। एनटीए को मेल किया है मगर जवाब नहीं मिला। स्टूडेंट्स रिजल्ट को बिना सूचना दिए जल्द जारी करने के मामले में भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि नीट रिजल्ट 14 जून की जगह अचानक से 4 जून को लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के दिन निकाला गया, क्योंकि इस रिजल्ट को लेकर हल्ला हो सकता है। यह एनटीए को पता था। दिल्ली की एक स्टूडेंट कहती हैं, यह साफ है कि धांधली हुई है। बिहार में पेपर लीक से एनटीए इनकार कर रहा है, जबकि 12-13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अगर पेपर लीक नहीं था, तो गिरफ्तारी क्यों? एनटीए ने ग्रेस मार्क्स की बात पहले एक सेंटर के लिए कही, फिर चार राज्यों की। स्टूडेंट्स की फिक्र सरकार को क्यों नहीं है?