महाकाल की भस्मारती पूरी तरह से चलित  हो, फर्जी लोग रोज ठग रहे श्रद्धालुओं को 

– अनुमति लेने की जरूरत ही न पड़े, मंदिर आए और सीधे प्रवेश मिल जाए

– यूपी के लोगों से 13 हजार लेने के मामले की अभी जांच ही, कार्रवाई नहीं 

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन।  

महाकाल की भस्मारती पूरी तरह से चलित कर देना चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को अनुमति लेने की जरूरत ही न पड़े। सीधे मंदिर पहुंचे और प्रवेश कर भगवान महाकाल के भस्मारती में दर्शन कर रवाना हो जाए। क्योंकि श्रद्धालुओं के साथ रुपए लेने की ठगी रुक ही नहीं रही है। हाल ही में यूपी के लोगों से 13 हजार रुपए लेने के मामले की जांच ही चल रही है। भस्मारती से जुड़े अब तक हुए मामलों में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होने से लोग श्रद्धालुओं को ठगने से बाज नहीं आ रहे हैं। 

महाकाल मंदिर में कभी पंडे-पुजारी तो कभी कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड आदि पर रुपए लेकर भस्मारती की अनुमति कराने के आरोप लगाए जा रहे हैं। आए दिन भस्मारती से जुड़े नए मामले देखने-सुनने को मिल रहे हैं। मंदिर से जुड़े लोगों में अब इस बात की चर्चा है कि पूरी भस्मारती को चलित कर देना चाहिए। ताकि हमेशा के लिए ही भस्मारती के नाम पर की जा रही लूट बंद हो जाए। श्रद्धालु अपनी सुविधा से आरती के समय मंदिर पहुंचे और लाइन में लगकर प्रवेश कर आरती के दर्शन करते हुए बाहर हो जाएगा। 

चलित भस्मारती से मंदिर व श्रद्धालु दोनों को लाभ

इस व्यवस्था से मंदिर समिति को भी लाभ है और आम श्रद्धालुओं को भी लाभ। वर्तमान में भस्मारती की व्यवस्था के संचालन में समिति का एक बड़ा अमला लगा हुआ जिसमें कई अधिकारी व कर्मचारियों की फोज शामिल है। जब पूरी भस्मारती चलित हो जाएगी तो समिति को  सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश व दर्शन कराकर उनके निर्गम तक की व्यवस्था करना होगी जो कि आसान है। वहीं श्रद्धालु को भी पहले से न अनुमति लेने का झंझट न किसी को पैसे देकर काम कराने की चिंता रहेगी। 

इस बार फर्जी युवक ने पुजारी बताकर रुपए लिए

हाल ही में भस्मारती के लिए महाकाल मंदिर में एक युवक ने अपने आप को पुजारी बताकर उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु चंदर सिंह पिता रघुनाथ से अनुमति के नाम पर 13,500  रुपए ले लिए। श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो उसने फोन ही नहीं उठाया। श्रद्धालु ने महाकाल थाने में शिकायत की है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

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