जीतू पटवारी को करना ही होगा अपने आप को साबित
बिगड़े संघठन को सुधारने का कठिन टास्क सामने
इंदौर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को जिस तरह से सुप्रीमो बनाकर मध्य प्रदेश में बिठाया है उससे उनकी जिम्मेदारी और भी कठिन हो गई है।
जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष के नाते अपने आप को किसी भी तरह से साबित करना होगा और बिगड़े हुए संगठन को सुधारने का कठिन टास्क भी उन्हें पूर्ण करना होगा।
अब वैसे पटवारी राहुल गांधी की तरफ से अभय दान मिलने के बाद एक्शन मोड पर हैं। उन्होंने पिछले चार दिनों में लगातार भोपाल में कांग्रेस, युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस की बैठकें ली हैं। जीतू पटवारी ने साफ तौर पर संकेत दिया है कि प्रदेश कांग्रेस की बड़ी सर्जरी की जाएगी।
जुलाई में पीसीसी का गठन किया जाएगा जिसमें युवाओं को मौका मिलेगा। जीतू पटवारी विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा सरकार को घेरने के मामले में भी संजीदा हैं। उन्होंने पिछले दिनों युवक कांग्रेस की एक बैठक में साफ कहा कि कांग्रेस को अब ऐसे कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं है, जो केवल मुंह दिखाई करने के लिए आते हैं। जो काम करे, उन्हें आगे बढ़ाएं।
युवा कांग्रेस को अब पार्ट-टाइम नहीं बल्कि फुल टाइम कार्यकर्ताओं की जरूरत है। आप ऐसे युवाओं को चुने जिनके पीछे जन-समर्थन हो।
बैठक के दौरान तय किया गया कि नर्सिंग कॉलेज समेत अन्य घोटालों को लेकर 30 जून से दो जुलाई तक विधानसभा के सामने 48 घंटे का सत्याग्रह किया जाएगा। बैठक में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी वर्चुअली जुड़े और कहा कि हमारा काम ही हमारी ताकत है। इसे हमें बरकरार रखकर संगठन को एक नई ऊर्जा और गति देना है।
पटवारी ने कहा कि चुनाव हारने के बाद से मुझे भी नींद नहीं आती है। आपको नींद कैसे आ जाती है। संगठन में कसावट लाएं। जो काम करे, उन्हें बढ़ाएं। प्रदेश सरकार ने जो वादे किए हैं, वह उन्हें पूरा नहीं कर हो सकती। साढे चार वर्ष बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी। बैठक में अनुपस्थित रहे प्रदेश पदाधिकारियों को पदमुक्त करने का निर्णय लिया गया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला अध्यक्षों से कहा कि पोस्टकार्ड अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन की सफलता से ही संगठन में आपका स्थान तय होगा। संगठन के प्रदेश प्रभारी शेषनारायण ओझा ने बताया कि प्रत्येक जिले में हर माह जिला की बैठक होना चाहिए।