अभियान अन्तर्गत पुराने जल स्त्रोतों का निरन्तर हो रहा जीर्णोद्धार

 

उज्जैन। जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के अन्तर्गत प्राचीन बावड़ियों और सार्वजनिक उपयोग के कूपों का निरन्तर जीर्णोद्धार किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ स्थानीय नागरिक भी उत्साह के साथ अपने आसपास के क्षेत्रों में स्थित जल स्त्रोतों के जीर्णोद्धार हेतु श्रमदान कर रहे हैं। इसका असर भी अब जल स्त्रोतों पर दिखने लगा है। साफ-सफाई के पश्चात कुओं और बावड़ियों का रंग-रोगन भी किया जा रहा है। इसके साथ ही लोग जल स्त्रोतों के संरक्षण का संकल्प भी ले रहे हैं।

 

महिदपुर की ग्राम पंचायत लसुड़िया देवसी में स्थित कुए की सफाई की गई। इसके अलावा महिदपुर की जीपी वागला बावड़ी का भी जीर्णोद्धार कार्य किया गया। खाचरौद की ग्राम पंचायत नायन में चंबल नदी के घाट पर साफ-सफाई की गई। इसके अलावा ग्राम पंचायत पगारा में चेकडेम की भी सफाई की गई।

 

अभियान के तहत महिदपुर की ग्राम पंचायत डेलची बुजुर्ग के पास स्थित स्टापडेम का निरीक्षण किया गया। जलभराव क्षमता को बढ़ाने के लिये क्षेत्र में खुदाई की जाकर गहरीकरण किया गया और स्टापडेम के दूसरी ओर जल-रिसाव को रोकने के लिये पाल का निर्माण किया गया। उज्जैन जनपद में स्थित गोठड़ा बावड़ी का भी जीर्णोद्धार कर रंग-रोगन किया गया। आगामी 16 जून तक जल संवर्धन अभियान के तहत कुए, स्टाप डेम, चेक डेम और बावड़ियों की साफ-सफाई तथा जीर्णोद्धार का कार्य जारी रहेगा।