8 दिन बाद गिरफ्त में आया, पुलिस ने भेजा जेल पड़ोसी ने गायब किये थे लॉकर में रखे रुपए और आभूषण

उज्जैन। खूबाणी परिवार के मकान में हुई चोरी की वारदात को पड़ोस में रहने वाले युवक ने अंजाम दिया था। 8 दिन बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सोने का लॉकेट, चांदी का बिस्कुट और 71 हजार रूपये नगद जप्त किये है। गुरूवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से जेल भेजा गया है।
मामला गणेश टेकरी पटेलनगर में रहने वाले लोकेश पिता घनश्याम खूबाणी के यहां का था। 4 जून को परिवार की बहू के इंदौर में रहने वाले मामा के यहां गमी का कार्यक्रम था। परिवार मकान का ताला लगाने के बाद पडोसी को चाबी देकर चला गया। देर रात वापस लौटा। बुधवार सुबह रूपयों की जरूरत होने पर उन्होने अलमारी देखी तो उसका लॉकर खुला होना सामने आया। जिसमें रखे 3.50 लाख रुपए के साथ 200 ग्राम चांदी का बिस्कुट और सोने का लॉकेट गायब था। खूबाणी परिवार ने मामले की सूचना पुलिस को दी और पडोसी को चाबी देकर जाना बताया। पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि चोरी की वारदात को छत के रास्ते अंजाम दिया गया। जिसे चाबी दी गई थी, वह वारदात में शामिल नहीं है। पुलिस ने 5 दिनों बाद 11 जून को मामले में प्रकरण दर्ज किया और मुखबीर तंत्र को अलर्ट किया। बुधवार को पुख्ता खबर मिली कि चोरी में खूबाणी परिवार के मकान के सामने रहने वाला पड़ोसी भरत उर्फ कपिल पिता किशोर रामानी चोरी में शामिल है। चिमनगंज थाने के प्रधान आरक्षक शैलेष योगी ने अपनी टीम के साथ भरत की तलाश की और उसे हिरासत में ले लिया। थाने लाने पर उसने चोरी करना स्वीकार कर लिया। रिमांड पर लेने के बाद उसके घर से चांदी का बिस्कुट, सोने का लॉकेट, 71 हजार रूपये नगद जप्त किये गये। गुरूवार को उसे रिमांड अवधि खत्म होने पर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया है।
भरत को थी  परिवार की पूरी जानकारी
बताया जा रहा है कि भरत ने एक बार में चोरी को अंजाम नहीं दिया था। लेकिन खूबानी परिवार को चोरी का पता उस वक्त लगा जब लॉकर से चांदी का बिस्कुट, सोने का लॉकेट और नोटो की सभी गड्डी गायब हो गई। पहले खूबाणी परिवार जब भी कहीं जाता था, घर की चाबी भरत रमानी के यहां छोड़ जाता था। तभी से भरत पूरे घर पर नजर रखे हुए था। उसने पहले भी कुछ नगद रूपये चोरी किये थे, लेकिन राशि अधिक नहीं होने पर खूबाणी परिवार को पता नहीं चल पाया था। जानकारी यह भी सामने आई है कि भरत पहले फोटोग्राफी का काम करता था। काफी समय से उसने फोटोग्राफी भी छोड़ दी थी। रूपयों की जरूरत होने पर उसने खूबाणी परिवार की गैर मौजूदगी में चोरी करना शुरू कर दिया।
समीप रहने वाली महिला को दी थी चाबी
4 जून को जब खूबाणी परिवार इंदौर गमी के कार्यक्रम में शामिल होने गया था, उस वक्त पडोस में रहने वाली महिला को चाबी सौंप गया था। 5 जून को जब चोरी का पता चला तो पडोस में रहने वाली महिला से पूछताछ की गई। उसने पानी की मोटर चालू करने के लिये मकान का ताला खोलना और बंद करना बताया। उस वक्त पडोस में रहने वाली महिला शंका के दायरे में आ गई थी, लेकिन पुलिस तक मामला पहुंचने के बाद जांच में पडोसी महिला शामिल होना नहीं पाई गई। उसके बाद पुलिस ने जांच का बिंदू बदलकर सुराग तलाश और भरत तक पहुंच गई।