विश्वविद्यालय में सदस्यों की आपत्ति के बाद फीस वृद्धि का प्रस्ताव रोका

 

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पांच साल बाद फीस समिति ने यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट (यूटीडी) से संचालित पाठ्यक्रमों की फीस बढ़ाने पर जोर दिया। समिति ने 10-12 प्रतिशत फीस वृद्धि की अनुशंसा की। इस पर अधिकांश सदस्यों ने आपत्ति उठाई।
उन्होंने तर्क दिया कि कुछ विभागों को छोड़कर बाकी विभागों से संचालित पाठ्यक्रम में पहले ही प्रवेश कम होते हैं। ऐसे में फीस बढ़ाएंगे तो पाठ्यक्रम की सीटें खाली रहेंगी। इससे विभागों को और ज्यादा नुकसान होगा। सदस्यों ने प्रस्ताव में संशोधन करने का सुझाव दिया। इसके चलते कार्यपरिषद ने फीस वृद्धि को रोक दिया है। अगली बैठक में मुद्दे पर दोबारा विचार-विमर्श किया जाएगा।
यूटीडी के अलावा होस्टल की फीस का मामला भी रखा गया। सदस्यों ने कहा कि होस्टल में विद्यार्थियों की सुविधाएं बढ़ाई जाएं। छात्र-छात्राओं के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था पर विश्वविद्यालय द्वारा नजर रखी जाएगी।

सुविधाओं के साथ-साथ फीस भी बढ़ेगी

बाफना होस्टल को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने को लेकर अलग से बजट रखा गया है। सदस्यों ने होस्टल की फीस और काशन मनी बढ़ाने पर सहमति दी है। बैठक में बीएससी एग्रीकल्चर पाठ्यक्रम को शीघ्र प्रारंभ करने का फैसला लिया गया। स्कूल आफ कंप्यूटर साइंस एवं लाइफ साइंस अध्ययनशाला में शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित चयन समिति के निर्णय के लिफाफे खोले गए।

टाप-100 में लाने का लक्ष्य

बैठक में विश्वविद्यालय को एनआईआरएफ रैंकिंग में टाप-100 पर जोर दिया है। नए पाठ्यक्रम शुरू करने, प्लेसमेंट को बढ़ाने और रिक्त पदों को भरने के संबंध में चर्चा की गई। वहीं नैक में ए डबल प्लस को लेकर विश्वविद्यालय की तैयारी करने की बात कही। नैक के संबंध में प्रत्येक महीने समीक्षा करने की बात भी कही। आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत वरवडे ने कहा कि महाविद्यालयों की संबद्धता के बारे में यूजीसी एवं शासन के नियमों का पूर्णतः पालन किया जाना चाहिए।