दिग्गी राजा के सामने कांग्रेसियों ने दुखड़ा तो रोया परंतु कोई उम्मीद नहीं

ब्रह्मास्त्र इंदौर। दो दिन पहले सांवेर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के सामने कांग्रेसियों ने अपना दुखड़ा तो रोया, लेकिन दिग्गी राजा के आश्वासन के बावजूद वे विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि इसमें उन्हें कोई मदद मिल पाएगी। चर्चाओं के बीच यह बात निकलकर आई कि जिन पर प्रकरण दर्ज हो चुके हैं, उन्हें तो कानूनी लड़ाई लड़नी ही है, आगे भी यदि प्रकरण दर्ज हुए तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उन्होंने दिग्गी के सामने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से सरकार में शामिल लोग हमसे बदला ले रहे हैं। बिना किसी कारण के कई लोगों पर मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं। यहां तक कि सांवेर में जो सडक़ बनाई गई, उसमें भी भेदभाव किया गया और कांग्रेसियों के अतिक्रमण बड़ी संख्या में तोड़े।
दिग्गी के साथ पूर्व सांसद और सांवेर से उपचुनाव लड़ चुके प्रेमचंद गुड्डू साथ थे। वे उन्हें सांवेर की गली-गली में लेकर गए। दिग्गी के सांवेर पहुंचने की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों के कई कांग्रेसी नेता भी सांवेर आ गए थे। उनके साथ पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल , रीना बौरासी भी मौजूद थे।
दिग्विजयसिंह सांवेर की मुख्य सडक़ पर पहुंचे, जिसके लिए पिछले महीने अतिक्रमण हटाए गए थे। कांग्रेसियों ने बताया कि सड़क बनाने में उनके साथ भेदभाव किया गया और उनके निर्माण तोडक़र नुकसान किया गया, जबकि इसी सडक़ पर बने भाजपाइयों के घरों को छोड़ दिया गया और तोडफ़ोड की औपचारिकता निभाई गई। गुड्डू ने उन्हें बताया कि राजनीतिक प्रतिशोध के आधार पर कांग्रेसियों को निशाना बनाया गया। कांग्रेसियों ने स्थानीय विधायक और मंत्री तुलसी सिलावट को लेकर भी आरोप लगाए और कहा कि पुलिस और प्रशासन द्वारा मिलकर प्रताड़ना दी जा रही है और कांग्रेसियों पर मुकदमे लादे जा रहे हैं, ताकि वे चुप बैठ जाएं।
दिग्गी सांवेर के कांग्रेस नेता श्याम सोनी के घर भी पहुंचे। सोनी ने बताया कि उन पर भी पुलिस राजनीतिक दबाव बना रही है। दिग्गी यहां विक्रम चौधरी के घर भी पहुंचे और उनसे भी बात की। गुड्डू ने बताया कि ग्रामीणों के हक की लड़ाई लड़ने पर पुलिस फटाफट प्रकरण दर्ज कर देती है, ताकि दूसरी बार उनकी आवाज नहीं उठा सके। करीब पौन घंटे तक दिग्गी सांवेर में रहे। उन्होंने कांग्रेसियों से कहा कि वे पीछे नहीं हटें, मैं उनके साथ हूं। सांवेर के मामले में सरकार स्तर पर भोपाल में चर्चा करूंंगा। कांग्रेसियों का मानना है कि यदि इसी तरह चलता रहा तो बहुत ही जल्द सांवेर की कांग्रेस में एक और टूट हो सकती है।