मुख्यमंत्री के जिले में जर्जर व क्षतिग्रस्त कमरों में पढ़ेंगे बच्चे
रुनिजा। एक और सरकार शिक्षा पर जोर देकर ज्यादा से ज्यादा बच्चो शासकीय स्कूल में प्रवेश दिलवाने की बात कर रही है। विद्यालय का नवीन सत्र 18 जून 2024 से प्रारंभ हो रहा । तथा धूमधाम से परिवेश उत्सव मनाने की तैयारियां चल रही है। लवकिं विभाग के जबाबदार व सरकार के यह देखना उचित नही समझा जिन शासकीय विधालयो ने नवीन सत्र प्रारम्भ होने जा रहा उनकी स्थिति कैसी है। 18 जून को मनने जा रहे प्रवेश उत्सव व नवीन सत्र में विद्यालयों की क्या स्थिति है। उसके बारे में हम आपको आज शासकीय प्राथमिक विद्यालय रुनीजा के विद्यालय के बारे में बताने जा रहे हैं। जो प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन जी यादव के जिले का है।
उक्त स्कूल का वर्ष 2002 ,2003 में निर्माण हुआ था तथा उसके बाद अतिरिक्त कमरों का भी निर्माण भी हुआ । इस विद्यालय परिसर में कुल मिलाकर आज 9 कक्ष है। लेकिन इन 9 कक्ष में से 3, 4 कक्ष की जर्जर हालत है छत से पानी टपकता है तथा छत से मलबा भी एक गिर चुका हैं। कुल मिलाकर इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं व शिक्षकों पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है। विद्यालय में शिक्षकों की बात करें तो यहां पर वर्तमान 2 शिक्षक मंजूर अली अंसारी , जाहिद खान , व 1शिक्षिका मंजू भावसार अपनी सेवा दे रहे हैं। तथा वर्तमान 61 भी दर्ज तथा प्रवेश उत्सव में नवीन छात्र भी प्रवेश लगे। परन्तु सभी खतरे के साये में रहेंगे।इस संदर्भ में शिक्षक मंजूर अली ने बताया कि विगत 3 वर्ष पूर्व से उपयंत्री मनीष शर्मा द्वारा लगभग ?1 लाख 50 हजार का मरम्मत का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है ।लेकिन अभी कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही कोई राशि प्राप्त होगी कमरों की छत की मरम्मत करवा दी जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि वर्तमान कितने कमरों की हालत ज्यादा खराब है जिनकी मरम्मत की आवश्यकता तो मंजूर अली ने बताया कि तीन कमरों की हालत ज्यादा और उनकी सबसे ज्यादा मरम्मत की आवश्यकता। अभी इनमें बच्चो को बिठाना भी बन्द कर दिया है।
इस संदर्भ में सर्वशिक्षा अभियान के उपयंत्री मनीष शर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने भी बताया कि लगातार 3 वर्ष से शासन को प्रस्ताव भेजे जा रहे है। अभी कोई राशि प्राप्त नही हुई है। राशि प्राप्त होते ही शीघ्र कार्य प्रारम्भ कर देंगे।