कैलाश विजयवर्गीय के 51 लाख पौधे लगाने का मैसेज पहले बना था मजाक, 40 हजार प्रतिदिन के हिसाब से हो रहे गड्डे
इंदौर। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बहुत जिद्दी और दृढ़ संकल्प वाले नेता हैं। जो ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही मानते हैं। उन्होंने जब 51 लाख पौधारोपण का अभियान चलाने की घोषणा की थी, तो उनका मजाक बनाया गया। तरह-तरह के कटाक्ष किए गए, लेकिन कल उन्होंने ऐसी सभी बातों का खुद जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 51 लाख नहीं बल्कि 60 लाख स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है।
40,000 प्रतिदिन के हिसाब से पौधारोपण के लिए गड्ढे बनाए जा रहे हैं, जिनकी संख्या 2 दिन में 60 हजार प्रतिदिन हो जाएगी। उन्होंने न सिर्फ सरकारी विभागों, बल्कि गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं को भी इस काम से जोड़ दिया है। कैलाश विजयवर्गीय अपने संकल्प को पूरा करने के लिए किस तरह जुट जाते हैं इसका उदाहरण उनके कई कामों से देखा जा सकता है। पितृ पर्वत इसका जीता जागता उदाहरण है।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 में विधायक बनने के बाद उन्होंने किस तरह से विकास कार्य करवाए यह भी उनके जिद का परिणाम है। इंदौर का महापौर बनने के बाद जब उन्होंने जन भागीदारी के माध्यम से गली गली में सीमेंटीकरण करवाया तो लोगों ने पहले ऐसा ही मजाक उड़ाकर उनके इरादों को हास्यास्पद बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन उन्होंने नितिन गडकरी की तर्ज पर इंदौर में जन भागीदारी के माध्यम से मूलभूत विकास के अनेक काम पूरे किए।
महू में विधायक रहने के दौरान उन्होंने जिस तरह से रेलवे के दो आरओबी मंजूर करवाए वो भी उनके दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति को जताने के लिए पर्याप्त है। उनके ऐसे अनेक राजनीतिक और सामाजिक कार्य हैं जिनके लिए पहले उनका मजाक उड़ाया गया लेकिन बाद में उन्होंने खुद को साबित करके दिखाया। एक समय हरियाणा में सरकार बनाना भी ऐसा ही कदम था।
हरियाणा में भाजपा का कोई नाम लेवा नहीं था, लेकिन वहां भाजपा आज सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा चुनाव में जाटों दलितों और मुसलमानों की गोलबंदी, अग्नि वीर के कारण नाराजगी के बावजूद हरियाणा में आज भाजपा पांच लोकसभा सीटें जीतकर सबसे ज्यादा वोट शेयर हासिल करने वाली पार्टी है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा को तीन विधायकों से 77 विधायकों तक पहुंचाना भी नामुमकिन लगने वाला कार्य था जिसे श्री विजयवर्गीय ने संभव करके दिखाया। जाहिर है 51 लाख पौधारोपण का कार्य भी वे करके दिखाएंगे।