गंगा दशहरा पर रामघाट में पूजन कर शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया- श्रद्धालुओं के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ध्वज लेकर पैदल यात्रा में शामिल भी हुए
दैनिक अवंतिका उज्जैन। गंगा दशहरा पर उज्जैन में परंपरा अनुसार शिप्रा के रामघाट पर शनिवार की सुबह शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा पूजन-अर्चन के साथ शुरू हुई। मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पूजन में मुख्य रूप से शामिल हुए। पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री भी श्रद्धालुओं के साथ आगे ध्वज लेकर पैदल ही शामिल हुए।
पूजन में मुख्यमंत्री के साथ राज्यसभा सांसद उज्जैन के बालयोगी उमेश नाथ जी महाराज सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री भोपाल से सुबह उज्जैन पहुंचे। हेलीपैड पर आगमन के बाद वे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पुलिस लाइन स्थित तालाब के गहरीकरण कार्य में शामिल होकर सीधे रामघाट आए और शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा में सहभागिता की।
शिप्रा का अभिषेक कर मुख्यमंत्री
बोले – शिप्रा उज्जैन की धड़कन
मुख्यमंत्री ने रामघाट पर शिप्रा का अभिषेक, पूजन करने के पश्चात मंच से सम्मान में कहा कि शिप्रा नदी उज्जैन की धड़कन है। इसी यहां की धार्मिक, सांस्कृतिक पंरपरा जुड़ी है। इसके किनारे ही सिंहस्थ महापर्व होता है। भाषण के बाद मुख्यमंत्री शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा में शामिल हुए।
देरशाम दत्त अखाड़ा घाट पहुंची
यात्रा, भजनों पर झूमे श्रद्धालु
शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा शिप्रा के रामघाट से नृसिंहघाट, कर्कराज, वेधशाला, त्रिवेणी, चितांमन गणेश, भूखीमाता, गुरुनानक घाट होते हुए देरशाम दत्त अखाड़ा घाट पर पहुंची जहां पूजन-अर्चन के पश्चात मंच से भजन संध्या का आयोजन रखा गया जिसमें श्रद्धालुओं ने झूमते, गाते आनंद लिया व रात्रि विश्राम भी यहीं पर किया। बीच मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए चाय-नाश्ता, भोजन आदि की व्यवस्था रखी गई थी।
आज 22 मंदिरों का भ्रमण, रामघाट
पर शाम को चुनरी अर्पण व भजन
शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा आज रविवार को सुबह जल्दी वापस पैदल आगे के पड़ाव स्थलों के लिए रवाना होगी। यात्रा दत्त अखाड़ा से रणजीत हनुमान, कालभैरव, सिद्धनाथ, अंगारेश्वर, मंगलनाथ, सांदीपनि आश्रम, ऋणमुक्तेश्वर, गढ़कालिका, भर्तृहरि गुफा सहित 22 मंदिरों का भ्रमण करते हुए शाम को रामघाट पर पहुंचेगी जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पूजन कर शिप्रा को चुनरी अर्पण करेंगे। इसके पश्चात मंच से आकर्षक भजन संध्या होगी।