शिप्रा तीर्थ यात्रा में जब मुख्यमंत्री ने साधु, संतों और यात्रियों से मांगी क्षमा-कहा हर बार पूरी यात्रा में आपके साथ चला अब सीएम पद की जिम्मेदारी का निर्वहन जरूरी

दैनिक अवंतिका उज्जैन। शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा में शामिल होने आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने साधु-संतों और यात्रियों से हाथ जोड़कर क्षमा भी मांगी। 

यात्रा के पूजन में शामिल होकर मुख्यमंत्री कुछ दूर पैदल यात्रा में शामिल हुए। इसके बाद वहां से रवाना होने से पहले उन्होंने यात्रा में शामिल साधु-संतों एवं यात्रियों को संबोधित कर कहा कि हर बार वे पूरी यात्रा में ध्वज लेकर शामिल होते हैं। लेकिन अब मुख्यमंत्री के पद का निर्वहन करना जरूरी है। उन्हें अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होने के लिए जाना पड़ेंगे। इसलिए वे अभी जा रहे हैं लेकिन यात्रा के अंतिम पड़ाव पर जरूर शामिल होंगे। साधु-संतों एवं यात्रियों ने मुख्यमंत्री को सहर्ष ही रवाना किया। उल्लेखनीय है कि इस यात्रा की शुरुआत खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ही की थी। करीब 20 वर्षों से यह यात्रा निरंतर निकल रही है। इस वर्ष भी यात्रा में उज्जैन सहित संभाग के विभिन्न जिलों से भी यात्री शामिल हुए है। रामघाट पर मुख्यमंत्री का शिप्रा पूजन पंडित गौरव उपाध्याय ने संपन्न कराया।