जेल की सलाखों से बाहर आयेंगे 26 कैदी
उज्जैन। अपने गुनाहों के चलते आजीवन जेल की सलाखों में रहने की सजा पा चुके कैदियों को अच्छे आचरण और जेल नियमों का पालन करने पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर सजा माफ कर रिहा किया जाता है। इस बार 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर ऐसे 26 सजायाफ्ता कैदियों को रिहाई मिल रही है। केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में जिले और आपास के शहरों में हुए संगीत अपराधों के सजायाफ्ता कैदियों को कैद रखा जाता है। ऐसे सजायाफ्ता कैदियों पर जेल प्रशासन अपनी नजर भी बनाये रखा है और उनके आचरण और जेल नियमों के पालन करने की निगरानी भी करता है। जो अपनी सजा के दौरान जेल के नियमों पर चलता है और सजा का 80 प्रतिशत से अधिक का समय काट चुका होता है, उसकी सजा माफी के लिये जेल मुख्यालय का नाम भेजा जाता है। ऐसे कैदियों को देश के राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर रिहाई दे दी जाती है। इस बार भैरवगढ़ जेल प्रशासन ने 26 कैदियों के नाम की सूची मुख्यालय को भेजी थी। जहां से 26 जनवरी को उन्हे रिहा किये जाने की मंजूरी मिल चुकी है। जेल प्रशासन की ओर से उनके परिजनों को रिहाई की सूचना भेज दी गई है। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण के बाद उन्हे अपना जीवन सादगी को गुनाहों से दूर रहने की समझाईश देकर जेल की सलाखों से बाहर निकाल दिया जाएगा।