सावधान..! फटाफट लोन से आपकी जिंदगी हो सकती है तबाह

 

ब्लैकमेलिंग में फंसे मैनेजर ने की खुदकुशी, रिश्तेदारों को भेज दिए थे एडिट किए हुए अश्लील फोटो, पाकिस्तानी नंबर सें धमका रहे थे ब्लैकमेलर

इंदौर। सिर्फ मोबाइल नंबर या आधार कार्ड या किसी एप के जरिए फटाफट लोन लेना लोगों को आसान लगता है, परंतु ऐसे कई लोन एप हैं जिनसे अगर एक बार थोड़ा बहुत लोन भी ले लिया तो फिर जिंदगी नरक बन जाती है। ऐसे लोन एप के जरिए अपराध करने वाले गुनहगार आसानी से पुलिस की पकड़ में भी नहीं आ पाते। तब जबकि साइबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है, इस तरह के फटाफट लोन लेने से बचें। वरना थोड़ी बहुत दिनों की खुशी पूरी ब्लैकमेलिंग के जरिए जिंदगी को बर्बाद कर सकती है। इंदौर ही नहीं बल्कि देश प्रदेश के अनेक शहरों में फटाफट लोन के बाद आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसलिए सावधान ऐसे लोन एप से बचें।
इसी तरह के एक मामले में लाजिस्टिक कंपनी के फेसेलिटी मैनेजर तारा सिंह की खुदकुशी केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। तारा सिंह को फटाफट ऋण बांटने वाले लोन एप की तरफ से धमकियां मिल रही थीं। ब्लैकमेलर ने उनका फोन हैक करके अश्लील फोटो बना लिए और रिश्तेदारों को भेज दिए थे। पुरारा (उत्तराखंड) निवासी 37 वर्षीय तारा सिंह थायत ने बुधवार को इंदौर स्थित महालक्ष्मीनगर स्थित होटल उत्सव इन में जहर खाकर खुदकुशी कर ली थी।

मोबाइल से खुला राज

रविवार को पुलिस ने घरवालों को थाने बुलाकर मोबाइल का पैटर्न लाक खोला तो पता चला उन्हें लोन एप क्विक कैश की तरफ से धमकियां मिल रही थीं। आरोपियों ने तारा सिंह के अश्लील फोटो (एडिटेड) बनाकर ऐसे अश्लील वाट्सएप ग्रुप में साझा कर दिए, जिनमें गुयाना, बांग्लादेश के लोग जुड़े हुए हैं। उस ग्रुप का स्क्रीन शाट लेकर तारा सिंह की बहन तारादेवी के फोन पर भी भेजा। इससे परेशान होकर तारा सिंह 12 जून को होटल पहुंचे और जहर खाकर जान दे दी। एसआई महेंद्र मकाश्रे के मुताबिक, तारा सिंह को पाकिस्तान जनरेटेड नंबरों से काल आ रहे थे। कुछ आपत्तिजनक और धमकी भरे मैसेज भी मिले हैं।

फोन हैक कर नंबर और फोटो ले लेते हैं ठग

साइबर एक्सपर्ट के अनुसार अवैध लोन एप को प्ले स्टोर से इंस्टाल करते समय कई तरह की परमिशन मांगी जाती है। शातिर अपराधी परमिशन देते ही संपर्क नंबरों की लिस्ट और फोटो गैलरी का एक्सेस ले लेते हैं। पूरा मोबाइल आरोपियों के कंट्रोल में आ जाता है। इसके बाद आरोपी मनमाफिक ब्याज और कर्ज वसूलना शुरू कर देते हैं। रुपये नहीं देने पर फोटो एडिट कर रिश्तेदार, परिचितों को फोटो और मैसेज भेजना शुरू कर देते हैं। तारा सिंह के घरवालों ने बताया कि वह घर से तीन लाख रुपये ले चुके थे। पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से जांच कर रही है।

पूरे परिवार को लील चुके हैं लोन

एप वाले लोन एप के कारण खुदकुशी का यह पहला मामला नहीं है। अगस्त-2022 में तो एक युवक ने पूरे परिवार सहित खुदकुशी की थी। इंदौर के भागीरथपुरा में रहने वाले अमित यादव ने पत्नी टीना, बेटी याना और बेटे दिव्यांश को जहर देकर मारने के बाद खुद भी फांसी लगा ली थी। अमित ने प्ले स्टोर से एप डाउनलोड कर ऋण लिया था।

अनधिकृत एप से न लें लोन प्ले

स्टोर पर सैकड़ों एप हैं, जो फटाफट लोन बांटती हैं। ऐसे एप ज्यादातर चाइनीज हैं। ऋण लेने के पहले आरबीआई से रजिस्ट्रर्ड है या नहीं, इसकी जांच करें। इंस्टाल करते समय किसी प्रकार की अनुमति न दें। -राजेश दंडोतिया एडिशनल डीसीपी क्राइम