ये कैसा सफाई अभियान जिधर देखो नाली जाम -नगर निगम के नाला नाली सफाई अभियान पर उठने लगे सवाल

उज्जैन । पिछले डेढ माह से नगर निगम की नाला सफाई का अभियान चल रहा है। जमकर संसाधन और गैंग का काम प्रतिदिन बताया जा रहा है। मानसून में जल जमाव की स्थिति से बचने के लिए यह अभियान चलाया गया लेकिन इसके सकारातमक स्थिति देखने को नहीं मिल रही है। हाल यह हैं कि नए शहर के जिस क्षेत्र में जाओं नालियां जाम और कचरा जमा हुआ है।नाला –नाली सफाई को नगर निगम ने अभियान के रूप में लिया था। इसके लिए जमकर संसाधन का उपयोग कर नाले साफ करने का दावा किया गया। यही नहीं शहर के रहवासी क्षेत्रों में भी नालियों की सफाई को लेकर जमकर गैंग का काम लिया गया। इसके बावजूद अगर आप सिरे से इस सफाई का सच जानने मैदान में उतरें तो इस सच से अवगत होकर आप दंग रह जाएंगे। नए शहर के किसी भी रहवासी कालोनी की नाली पुरी तरह अपने गंतव्य तक साफ नहीं है। कहीं न कहीं नालियां में जाम के हाल बने हुए हैं।

मानसून आने में अब देर नहीं-

नगर निगम ने नाले नालियों की सफाई के लिए विशेष रूप से गैंग लगाकर यह काम किया है। रहवासी क्षेत्रों में नालियों की सफाई के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों से काम लिया गया है। इसके बाद भी रहवासी क्षेत्रों में आज कल में आने वाले मानसून के दौरान नालिया की पर्याप्त निकासी न होने से जलजमाव के हाल बनेंगे।

कलेक्टर ने दिए थे निर्देश-

नगर निगम के नाला –नाली सफाई अभियान को धरातल पर देखने के लिए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह खुद मैदान में उतरे थे। उन्होंने सफाई की स्थिति पर असंतोष जताते हुए इसकी मानिटरिंग के लिए अन्य अधिकारियों से निगेहबानी करवायी थी। यही नहीं प्रति दिन होने वाले काम की और मानिटरिंग की रिपोर्ट भी उन्होंने मांगी थी। इसके बाद भी रहवासी क्षेत्रों में नालियों के जाम के हाल जस के तस बने हुए हैं जो कुछ माह पूर्व तक भी ऐसे ही थे।

Author: Dainik Awantika