पूछताछ में बोला, हवाला के जरिये मंगवता था जीती गई राशि
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
उज्जैन। पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के तीन दिन बाद सट्टा किंग को मंगलवार दोपहर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से सात दिनों की पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। सट्टा कारोबार के 15 करोड़ हवाला के जरिये मंगवाने की बात मुख्य आरोपी ने कबूल की है।
क्राइम ब्रांच और सायबर टीम ने विगत गुरूवार-शुक्रवार रात मुसद्दीपुरा और 19 ड्रीम्स कालोनी में दबिश देकर प्रदेश के सबसे बड़े सट्टा करोबार का पर्दाफाश करना बताया था। आईजी संतोष कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए 15 करोड़ कैश, 41 मोबाइल, 19 लेपटॉप के साथ अन्य उपकरण और 9 आरोपियों को हिरासत में लेने की बात कहीं थी। सट्टा गेमिंग का मुख्य किंग पियुष चौपड़ा को फरार बताया गया था। 15 करोड़ कैश मिलने पर कई तरह की चर्चा शुरू हो गई थी। जिसके बाद दूसरे दिन सट्टा किंग पियुष ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। जिससे लगातार पूछताछ जारी थी। मंगलवार को नीलगंगा पुलिस ने उसे द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 न्यायिक मजिस्टेÑट प्रथम श्रेणी के समक्ष पेश किया। पुलिस ने सात दिनों का रिमांड मांगा। मामला 15 करोड़ से जुड़ा होने पर न्यायालय की ओर से पियुष चौपड़ा को 25 जून तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस की पूछताछ में सट्टा किंग पियुष ने बताया कि उसने यह राशि सट्टे में जीती है। वह सट्टा खाईवाली नहीं कर रहा था। सट्टा लगाने का काम वर्ष 2010 से करा रहा है। उसने 19 ड्रीम्स कालोनी से हिरासत में लिये गये 9 साथियों को उसके लिये सट्टा लगाने के लिये काम करने वाला बताया है। उसका कहना था कि जीती गई राशि हवाला के जरिये मंगवाता था। पुलिस उससे रिमांड अवधि के दौरान 15 करोड़ कैश के साथ बरामद की गई विदेशी मुद्रा के संबंध में भी जानकारी जुटाने की बात कह रही है। बताया जा रहा है कि पियुष के पास पासपोर्ट है। वह कई देशों की यात्रा करके आ चुका है। पुलिस उससे हर बिंदू की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। संभावना है कि हवाला की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस उक्त मामले में भी कार्रवाई कर सकती है।
लेपटॉप-मोबाइल का डाटा खंगाल रही सायबर
पिछले पांच दिनों से सायबर की टीम पियुष चौपड़ा से जुड़े साथियों के मोबाइल और लेपटॉप का डाटा खंगालने में लगी हुई है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि विदेश बेवसाइड पर रजिस्ट्रेशन कराकर कैसे लिंग प्राप्त की जाती थी और सट्टा लगाया जाता था। पांच दिनों में सायबर टीम के हाथ कुछ खास नहीं लग पाया है। मामले को लेकर सायबर टीम के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे है। वहीं वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच जारी होने की बात कह रहे है।
20 जून तक रिमांड पर है 9 आरोपित
गुरूवार-शुक्रवार रात पुलिस की टीम ने 19 ड्रीम्स कालोनी नीलगंगा क्षेत्र से 9 आरोपितों को आॅनलाइन सट्टा करते हिरासत में लिया था। जिसमें जसप्रीत उर्फ रूबल, गुरूप्रीत सिंह, सतप्रीतसिंह, चेतन नेगी लुधियान पंजाब, रोहितसिंह, मयूर जैन, आकाश मसीही, गौरव जैन निवासी नीमच और हरीश पिता राजमल शामिल थे। सभी को 20 जून तक रिमांड पर लिया गया है। जिनका पूछताछ में कहना है कि वह पियुष के लिये आॅनलाइन सट्टा गेमिंग का काम करते थे। बदले में उन्हे प्रतिमाह 25 से 30 हजार रूपये मिलते थे। सट्टा की राशि का हिसाब पियुष करता था। सट्टा लगाने का हिसाब हॉर्स एप एप्लीकेशन के माध्यम से पेन ड्राईव में सेव कर पियुष को सौंप दिया जाता था।
जमीन करोबार से जुड़े रूपयों की चर्चा
15 करोड़ कैश मिलने पर पियुष चौपड़ा का सट्टा किंग होना सामने आने के बाद कई तरह की चर्चा शुरू हो गई थी। वह प्रापर्टी का काम भी करता था। कहा जा रहा था कि आॅनलाइन सट्टे में इतना कैश नही होता है। करोड़ो रूपये जमीन सौदे के हो सकते है। लेकिन पुलिस की दबिश में पियुष के साथी सट्टा लगाते मिले थे। उनसे पूछताछ में पियुष के मुसद्दीपुरा में रहने की जानकारी सामने आई थी। जहां पहुंचकर दी गई दबिश के दौरान पुलिस को नोटों से भरे 11 बेग मिले थे।