भोजशाला में दीवार और स्तंभ के तीन हिस्से सहित अब तक 1800 अवशेष मिले
27 जून को सर्वे का अंतिम दिन
इंदौर/धार । ऐतिहासिक भोजशाला में बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने 90वें दिन लगातार सर्वे किया। उत्तरी भाग में खुदाई में 3 अवशेष मिले हैं। ये स्तंभ और दीवार के टुकड़े बताई जा रहे हैं। सफाई नहीं होने से आकृति स्पष्ट नहीं है। अब तक 1800 छोटे व बड़े अवशेष मिल चुके हैं। इसमें 30 मूर्तियों के अवशेष हैं। गौरतलब है कि 9 जून को मां वाग्देवी की खंडित मूर्ति मिली थी। सर्वाधिक 79 अवशेष इसी दिन मिले थे। 27 जून को सर्वे का अंतिम दिन है।
उल्लेखनीय है कि 22 मार्च से भोजशाला में सर्वे शुरू किया गया था। महत्वपूर्ण बात यह है कि चार जुलाई के पूर्व एएसआई को अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में प्रस्तुत करनी है, इसलिए दस्तावेजीकरण का कार्य तेज कर दिया गया है। कुछ विशेषज्ञों ने तो अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत भी कर दी है। अन्य विधाओं के विशेषज्ञों द्वारा रिपोर्ट तैयारी की जा रही है।
वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी
सर्वे में अंतिम दौर में भी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जा रही है। खासकर उन स्थानों पर जहां पर अंतिम दौर में खुदाई की गई है। बुधवार को सर्वे के तहत उत्तरी भाग में खुदाई की गई, जहां पर बरसों पहले 153 अवशेष रखे हुए थे। इन्हें यहां से शिफ्ट कर दिया गया था। इस स्थान पर खुदाई की गई। अब तक यहां पर 13 अवशेष मिल चुके हैं।
90 दिनों का सर्वे पूरा
भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा एवं याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि उत्तरी भाग में खुदाई के दौरान तीन अवशेष मिले हैं। 90 दिनों का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। अंदर के भाग में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है। खासकर नंबरिंग और अन्य कार्य किया जा रहे हैं। अवशेषों की अब रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है।